नई दिल्ली : दिल्ली (Delhi) के इतिहास में पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए रिकॉर्ड तोड़ नामांकन हुआ है। दिल्ली (Delhi) के पहले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) 1952 को छोड़ दिया जाए तो बीते 27 वर्ष में कभी भी इतने पर्चे दाखिल नहीं हुए। मंगलवार रात 10 बजे तक चुनाव आयोग (Election commission) के पास 1473 नामांकन पत्र दर्ज हुए।
वर्ष 1952 में करीब 400 नामांकन दाखिल हुए थे। इसके बाद से विधानसभा भंग रही है और फिर 1993 में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) हुआ। उस वक्त सबसे ज्यादा 1316 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे। इसके बाद से 2015 के चुनाव (elections) तक इतने नामांकन पत्र कभी दाखिल नहीं हुए। 2008 में नई दिल्ली को विधानसभा बनाया गया था। 2008 के बाद से 2013 और 2015 के चुनाव (elections) में यहां 25 से ज्यादा नामांकन कभी नहीं हुए, लेकिन इस बार करीब 96 नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं। सबसे ज्यादा मंगलवार को 66 पर्चे जमा हुए।
दिल्ली (Delhi) की 70 विधानसभाओं के लिए आगामी 8 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए 21 जनवरी तक ही नामांकन होने थे। अब 24 जनवरी तक नाम वापस लेने का आयोग ने समय दिया है। 24 जनवरी की शाम को ही आयोग दिल्ली चुनाव (Delhi elections) के अंतिम उम्मीदवारों की सूची जारी करेगा। 11 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा।
नई दिल्ली सीट पर नामांकन की स्थिति
साल नामांकन
2008 25
2013 24
2015 23
2020 96
27 साल में ऐसे टूटा नामांकन का रिकॉर्ड
साल नामांकन पुरुष महिला
1993 1316 1257 59
1998 1052 977 75
2003 1001 897 104
2008 1134 1000 134
2013 1120 964 156
2015 935 790 144
2020 1473 — —