नई दिल्ली: भारत की धरती पर शरण मांगने आए कुछ ऐसे हिन्दू शरणार्थी हैं जो कश्मीरी गेट के निकट मजनू का टीला में बने अस्थाई शरणार्थी कैंप में अपना गुज़र बसर कर रहे है। जिनकी चिकित्सीय सहायता के लिए 28 फरवरी से एक प्राथमिक चिकित्सा शिविर की स्थापना “निस्वार्थ कदम” नामक एक स्वयंसेवी संस्था ने की है।
इस शिविर के द्वारा यहाँ लोगों को प्राथमिक चिकित्सा देने का प्रयास किया जायेगा। यह शिविर सप्ताह में दो बार लगाया जायेगा जिसके अंतर्गत यहाँ रह रहे सभी लोगो की स्वास्थ सम्बन्धी समस्याओं का निदान करने का प्रयास यह संस्था करेगी।
ऐसा माना जाता है की सामान्य सुविधाओं और साक्षरता की कमी के कारण यह लोग समय समय पर कई संक्रमित बिमारियों का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में इस चिकित्सा शिविर का संचालन वरिष्ठ और अनुभवी डॉक्टर “अंशुमन” द्वारा किया जायेगा। डॉक्टर अंशुमन पहले भी कई बार इस शरणार्थी कैंप का दौरा कर चुके हैं और अपने सुयोग्य अनुभव का प्रमाण वहाँ दे चुके हैं।
अब जबकि एक स्थाई चिकित्सा शिविर उनके संचालन में वहाँ अपनी सेवाएं देगा तो आशा की जा सकती है कि शिविर में रह रहे लोगों की दशा और दिशा में सुधार होगा । साथ ही अपने नाम को सार्थक करती निस्वार्थ कदम की संस्था व इस संस्था से जुड़े सभी लोग भविष्य में समाज सेवा से जुड़े ऐसे ही अन्य और काम करते रहेंगे।