मुरुघा मठ के मठाधीश शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू ने जेल में अपने स्वास्थ्य को लेकर कुछ शिकायतें की थीं। इसके बाद शुक्रवार को उन्हें चित्रदुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
#UPDATE | Karnataka: Chief pontiff of Sri Murugha Mutt Shivamurthy Murugha Sharanaru shifted to district hospital after he complained of chest pain
He was kept in Chitradurga district jail https://t.co/VyP6Tubtxn
— ANI (@ANI) September 2, 2022
शिवमूर्ति को माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में गुरुवार रात को गिरफ्तार किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मठाधीश से गिरफ्तार करने के बाद कई घंटों तक पूछताछ की गई। जेल भेजने के बाद उन्हें कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो गई थीं, जिसके बाद उन्हें जांच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।
चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक के. परशुराम ने बताया कि गिरफ्तारी के तुरंत बाद शरणारू को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
शरणारू पर माध्यमिक विद्यालय की दो छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून और अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सबसे प्रभावशाली मठों में से एक के मठाधीश
राज्य में लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित व प्रभावशाली मठों में से एक के मठाधीश से पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार ने एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की। कुमार इस मामले में जांच अधिकारी हैं।
इसके बाद मठाधीश को चिकित्सा जांच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया और प्रथम अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायाधीश के आवास पर उन्हें पेश किया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुरुघा मठ के मठाधीश के साथ ही चार अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से एक व्यक्ति ‘सांत्वना केंद्र’ में काम करता है।
एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। दो आरोपी लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है। सांत्वना केंद्र महिला व बाल विकास विभाग निदेशालय का काउंसेलिंग केंद्र है। परशुराम ने बताया कि पुलिस मठाधीश से और पूछताछ करने के लिए उनकी पुलिस हिरासत की मांग करेगी।