- कैदियों की रिहाई पिछले महीने अमेरिका और तालिबान के बीच एक शांति समझौते का एक हिस्सा थी
- तालिबान और अफगान सरकार के बीच बातचीत की शुरुआत के लिए यह आदेश जरूरी
- गनी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद ही इस पर हस्ताक्षर किए
- तालिबान ने अफगान सेना पर पिछले कुछ समय में काफी हमले किए थे
इसके बारे में घोषणा करते हुए गनी के प्रवक्ता सेडिक सेदिक्की ने कहा कि इसकी पूरी जानकारी बुधवार को साझा की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति गनी ने आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं जो तालिबान और अफगान सरकार के बीच बातचीत की शुरुआत के लिए एक स्वीकृत ढांचे के मुताबिक तालिबान कैदियों की रिहाई का रास्ता आसान करेगा।’ गनी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद ही इस पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने पहले रिहा करने की तालिबान की मांग को खारिज कर दिया था।
तालिबान ने अफगान सेना पर पिछले कुछ समय में काफी हमले किए थे। गत 29 फरवरी को अमेरिका और तालिबान ने कतर में लंबे समय से प्रतीक्षित शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें 10 मार्च तक 5,000 तालिबान कैदी जेल से रिहा करने की बात है।