मास्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि वह उस कानून का समर्थन करेंगे, जिसके लागू होने पर उन्हें 2024 में राष्ट्रपति के रूप में पांचवां कार्यकाल चलाने की अनुमति मिलेगी। अप्रत्याशित रूप से मंगलवार को रूस की संसद के निचले सदन में 27 साल पुराने संविधान को बदलने का प्रस्ताव लाया गया है। अगर यह प्रस्ताव पारित होता है तो पुतिन 2036 तक रूस के राष्ट्रपति बने रह पाएंगे। 67 वर्षीय पुतिन ने साल 2000 में पहली बार रूस के राष्ट्रपति का पद संभाला था, जिसके बाद से वह लगातार सत्ता में बने हुए हैं।
सदन में तेरेशकोवा लेकर आईं प्रस्ताव
पुतिन ने सांसद वेलेंतीन तेरेशकोवा की ओर से लाए गए प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए दो कार्यकाल को समाप्त करने का प्रस्ताव किया है। तेरेशकोवा 1963 में अंतरिक्ष जाने वाली पहली महिला बनी थीं। पुतिन 20 साल से अधिक समय से सत्ता में हैं। सोवियत तानाशाह जोसफ स्टालिन के बाद वह रूस का सर्वाधिक लंबे समय तक नेतृत्व संभालने वाले नेता बन गए हैं।
क्या कहता है रूस का कानून
रूस के संविधान के मुताबिक, पुतिन 2024 में राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। संविधान के मुताबिक कोई भी शख्स लगातार दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति के पद पर नहीं रह सकता है। पुतिन 2000 से 2008 तक दो बार राष्ट्रपति रह चुके हैं। इसके बाद पुतिन अपने करीबी मेदवेदेव को राष्ट्रपति बना दिया था, उस वक्त पुतिन प्रधानमंत्री बन गए थे। मेदवेदेव के राष्ट्रपति रहते हुए पुतिन ने राष्ट्रपति का कार्यकाल छह साल कर दिया था। अब पुतिन संविधान में संशोधन कर 2024 के बाद भी 12 साल राष्ट्रपति के पद पर बने रहना चाहते हैं।