नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्ण राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए पार्टी के अन्य नेताओं के साथ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जा रहे वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा को आज दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट 6c 204 में चढ़ने नहीं दिया गया और उन्हें उतार दिया गया।
I was told they wanted to see my luggage. I said I don’t have anything except a handbag. When I came down from the aircraft, I was told I can’t go and DCP will come. I don’t know why I am being stopped: Congress leader Pawan Khera pic.twitter.com/CcftKCnCtw
— ANI (@ANI) February 23, 2023
खेड़ा को फ्लाइट से उतारे जाने के विरोध में पार्टी के अन्य नेता भी उनका समर्थन करते हुए फ्लाइट से उतर गए। कांग्रेस ने विरोध जताते हुए कहा कि पवन खेड़ा को हिरासत में लेने की कोशिश की गई, यह तानाशाही रवैया है।
हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि असम पुलिस के कहने पर उन्हें उतारा गया। पवन खेड़ा को आज इंडिगो फ्लाइट से उतार दिया गया। पवन खेड़ा पर एक एफआईआर दर्ज है इसलिए उन्हें चढ़ने नहीं दिया गया।
विमानन कंपनी के इस फैसले का कांग्रेस के कई नेता विरोध कर रहे हैं। एयरपोर्ट पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने विरोध में नारे भी लगाए।एयरपोर्ट पर ही कांग्रेस के कई नेता धरने पर ही बैठ गए।
किस धारा के तहत ऐसा किया गयाः कांग्रेस
फ्लाइट से उतारे जाने को लेकर पवन खेड़ा ने कहा कि मुझे फ्लाइट से उतारे जाने की वजह नहीं बताई गई। नेताओं के प्रदर्शन को देखते हुए सीआईएसएफ की टीम भी एयरपोर्ट पहुंच गई है।
दिल्ली से रायपुर जा रहे पवन खेड़ा को फ्लाइट से उतारे जाने का कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया. माना जा रहा है कि उनके फ्लाइट से उतारे जाने के पीछे बड़ी वजह एफआईआर दर्ज होना है। पार्टी की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि फ्लाइट को तब तक नहीं जाने देंगे जब तक कि पवन खेड़ा को हमारे साथ फ्लाइट में नहीं जाने देंगे।
सुप्रिया श्रीनेत ने फ्लाइट से उतारे जाने को लेकर सवाल खड़ा करते हुए कहा, “ये किस धारा के अंतर्गत हो रहा है। उन्होंने ऐसा क्या कर दिया है कि आप उन्हें आम नागरिक की तरह उड़ने नहीं दे सकते।” उन्होंने कहा, “आप हमारे महाधिवेशन से इतने बौखलाए हुए हैं कि पहले वहां पर ईडी भेजते हैं, और अब यहां पर इस तरह का व्यवधान डाला जा रहा है।
असम पुलिस के कहने पर उतारा गयाः दिल्ली पुलिस
कांग्रेस नेता को फ्लाइट से उतारे जाने का विरोध कर रहे नेताओं से विमान कंपनी के अधिकारी ने उन्हें समझाते हुए कहा, “हम न उनके साथ कोई जबरदस्ती कर रहे हैं और न ही उन्हें हिरासत में ले रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “आप मेरी सीमा समझिए। हम स्थानीय पुलिस के लोग हैं। मैं अंदर आया, और मुझसे कहा गया कि ये दो लोग नहीं आ सकते। अब इनका जो भी मामला है। हमारे सीनियर ऑफिसर फोन पर हमें आगे की जानकारी देंगे। अभी सारी चीजें क्लियर नहीं की जा सकती।”
पुलिस सूत्रों का कहना है कि असम पुलिस के कहने पर उन्हें फ्लाइट से उतारा गया है। असम पुलिस ही मामले में ज्यादा जानकारी दे पाएगी।