नई दिल्ली: जहांगीरपुरी में हुआ बुलडोज़र (Bulldozer) एक्शन (Action) इन दिनों सुर्खियों में है। ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। इस बीच बीजेपी (BJP) शासित दक्षिण और पूर्वी दिल्ली नगर निकायों ने शुक्रवार को कहा कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी अभियान तेज करेंगे और सार्वजनिक भूमि पर कब्जा करने वाले ढांचे की पहचान करना जारी रखेंगे।
दिल्ली बीजेपी प्रमुख ने लिखा लेटर
दक्षिण और पूर्वी दिल्ली (Delhi) नगर निगमों ने कहा है कि दोनों नगर निकायों में अतिक्रमण स्थलों की पहचान करने और अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने के लिए नियमित बैठकें की जा रही हैं।
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता ने हाल ही में दोनों निगमों के महापौरों को एक लेटर लिखा था, जिसमें उन्होंने नगर निगमों के क्षेत्र में रोहिंग्याओं, बांग्लादेशियों और असामाजिक तत्वों द्वारा अतिक्रमण हटाने की बात कही थी।
अतिक्रमण विरोधी अभियान को किया जाएगा तेज
ये पूछे जाने पर कि क्या शाहीन बाग और ओखला जैसे संवेदनशील इलाकों में अतिक्रमण हटाया जाएगा, सूर्यन ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन जोर देकर कहा कि सभी जगहों से अतिक्रमण हटाया जाएगा। वहीं, पूर्वी दिल्ली नगर निगम के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने भी कहा कि अतिक्रमण विरोधी अभियान पहले से ही चल रहे हैं और इसे और तेज किया जाएगा।
अतिक्रमण हटाने का बनाया जा रहा है प्लान
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर मुकेश सूर्यन ने कहा कि सार्वजनिक भूमि से अतिक्रमण हटाने की रणनीति बनाने के लिए नियमित बैठकें की जा रही हैं। उन्होने कहा, ‘हम अपने अतिक्रमण विरोधी अभियान को तेज करने जा रहे हैं।
किसी भी अतिक्रमण करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। शुक्रवार को हमने अधिकारियों के साथ बैठक की और एसडीएमसी अधिकार क्षेत्र में कई साइटों की पहचान की। अभी और स्थान जोड़े जा रहे हैं और सोमवार तक हमारे पास अंतिम सूची होगी और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।