- दिल्ली में हिंसा के दौरान अंकित शर्मा की हत्या के बाद उसका शव नाले में फेंक दिया गया था
- अंकित की हत्या की साजिश के आरोप में आप से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन हो चुका गिरफ्तार
- कुरैशी ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ वहां मौजूद था, अंकित शर्मा पर चाकू से तीन वार किए
- अगले दिन टीवी पर उसकी तस्वीर देखने के बाद अंडरग्राउंड हो गया, स्पेशल सेल ने किया अरेस्ट
कुरैशी को स्पेशल सेल ने गुरुवार को गिरफ्तार किया। उसने पुलिस को बताया है कि उस दिन वह मौके पर अपने दोस्त समीर के साथ मौजूद था। करीब 2 बजे उसने देखा कि इलाके में हिंसा शुरू हो गई तो वे भी शामिल हो गए। भीड़ में शामिल होकर वह भी दूसरे समुदाय के लोगों के घरों पर पत्थर फेंकने लगा। इस बीच कुरैशी ने वहां मिठाई की दुकान के पास पड़ा चाकू उठा लिया और आम आदमी पार्टी से निलंबित किए गए पार्षद ताहिर हुसैन के घर के बाहर खड़ा हो गया। हुसैन और उसके भाई शाह आलम को शर्मा की हत्या की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
अंकित पर किए चाकू से वार
पुलिस पूछताछ में कुरैशी ने बताया कि वहां कुछ देर घूमने के बाद उसने देखा कि 20-30 लोग एक शख्स को पुलिस से घसीटकर इस तरफ ला रहे थे। कुरैशी ने दावा किया है कि वह उस शख्स की पहचान से वाकिफ नहीं था। उसने देखा कि भीड़ उसे लाठी, पत्थर और दूसरी चीजों से निर्दयता से मार रही थी। इस दौरान कुरैशी ने भी अंकित पर चाकू से तीन वार किए और लात मारी। उसने पुलिस को बताया कि कुछ देर तक अंकित के शरीर में हरकत नहीं देखने के बाद उन्होंने उसे नाले में फेंक दिया।
इस तरह दबोचा गया आरोपी
अगले दिन जब शर्मा का शव चांद बाग नाले से मिला, कुरैशी ने टीवी पर फोटो देखकर पहचान लिया और अंडरग्राउंड हो गया। डीसीपी संजीव यादव की अगुआई में स्पेशल सेल की टीम ने उसे दबोच लिया। इस टीम में एसीपी संजय दत्त, इंस्पेक्टर अतुल त्यागी और दलिप कुमार शामिल थे। सूत्रों से जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सबूत जुटाए। कुरैशी का लोकेशन भी उस दिन उसी जगह मिला जहां शर्मा की हत्या हुई थी। स्पेशल सेल को उम्मीद है कि कुरैशी की मदद से दूसरे हत्यारों की भी पहचान होगी।