नई दिल्ली: राफेल विमानों की ख़रीद के मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद वायुसेना के पूर्व प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा है कि यह विवाद राजनीतिक फायदे के लिए खड़ा किया गया, जिससे कुल मिलाकर सैन्य आधुनिकीकरण की प्रक्रिया पर असर पड़ा। धनोआ के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सरकार के रुख पर मोहर लगी है। राफेल सौदे का लगातार समर्थन करने वाले धनोआ ने कहा कि उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारी सैन्य ख़रीद पर सकारात्मक असर डालेगा। धनोआ का बयान इसलिए अहम है, क्योंकि उन्हीं के कार्यकाल के समय यह विवाद राजनीतिक रूप से तेज़ हुआ था। फैसले का स्वागत करते हुए धनोआ ने कहा कि उन्होंने सौदे का मेरिट के आधार पर बचाव किया था, क्योंकि वायुसेना को इन विमानों की सख़्त जरूरत थी। धनोआ का बयान ऐसे समय में आया है जब सुप्रीम कोर्ट के रफले वर्डिक्ट को लेकर राजनीति गर्म है। वायुसेना में लगभग चार दशक बिताने के बाद धनोआ सितंबर में सेवानिवृत्त हो गए थे। उन्होंने हमेशा यही कहा कि सौदा पूरी तरह पाक-साफ है। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सैन्य बलों के लिए अच्छा है। सौदे के तहत विमानों की कीमत को लेकर वायुसेना की समिति ने शानदार काम किया।