नई दिल्ली : कोरोना (Corona) वायरस (Virus) के बढ़ते मामलों और दुनियाभर के शेयर बाजारों में मची तबाही का असर भारतीय करंसी रुपये पर देखने को मिल रहा है। दरअसल, बीते कारोबारी दिन रुपया पहली बार प्रति डॉलर 75 के पार पहुंचा। यह रुपये का ऑल टाइम लो लेवल है।
Indian Rupee plunges 83 paise to 75.09 versus the US Dollar. pic.twitter.com/fwi3p6IeFh
— ANI (@ANI) March 19, 2020
मतलब ये कि रुपये में इतनी बड़ी गिरावट कभी नहीं देखी गई है। हालांकि, रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 74.26 पर बंद हुआ था। लेकिन रुपये में गिरावट का सिलसिला अब भी जारी है। गुरुवार को भी कारोबार के दौरान रुपया एक बार फिर 75 रुपये प्रति डॉलर के पार पहुंच गया।
क्या है वजह ?
कारोबारियों के मुताबिक, निवेशकों में बेचैनी हैं क्योंकि दुनिया के दूसरे देशों के साथ ही घरेलू अर्थव्यवस्था भी कोरोना (Corona) वायरस (Virus) महामारी के कारण गहरे संकट में घिरती हुई दिख रही है। घरेलू इक्विटी बाजार में तेज गिरावट और विदेशी फंड के लगातार बाहर जाने से कारोबारियों की चिंता और बढ़ी है।
सोने-चांदी का हाल
आमतौर पर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर खतरा मंडराता है या इक्विटी बाजारों में गिरावट आती है, तो लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं, जिससे इसके भाव में तेजी आती है। इस समय में यह थ्योरी बिल्कुल गलत साबित हो रही है। सोने में 1 हफ्ते में करीब 7 फीसदी तो चांदी में 22 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है।
बता दें कि कोरोना (Corona) वायरस (Virus) की वजह से दुनिया भर में लगभग 9,000 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग बीमार हैं। यही वजह है कि शेयर बाजार में भी भारी बिकवाली दिख रही है। बीते 1 महीने में सेंसेक्स करीब 12 हजार अंकों यानी 29 फीसदी तक लुढ़क चुका है। वहीं, निफ्टी में इस दौरान 3700 अंकों यानी करीब 30 फीसदी की बड़ी गिरावट रही है।