नई दिल्ली : निर्भया (Nirbhaya) गैंगरेप और हत्या के मामले में दोषी मुकेश (Mukesh) की याचिका पर निर्भया (Nirbhaya) की मां आशा (Asha) देवी (Devi) ने कहा है कि सब अदालतों को पता है कि कैसे फांसी को बार-बार आगे बढ़ाया गया, ये चौथा डेथ वारंट है। अब उनकी कोई रेमेडी बाकी नहीं है तो मुझे पूरा विश्वास है कि उनको 20 मार्च को फांसी होगी, जरूर होगी और निर्भया को इंसाफ मिलेगा।
आपको बता दें कि छह मार्च को मुकेश के भाई सुरेश की ओर से सुप्रीम (Supreme) कोर्ट (Court) में एक याचिका दायर की गई थी जिस पर कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा। सुरेश की ओर से वकील एम. एल. शर्मा ने याचिका दायर की। शर्मा का आरोप है कि इस मुकदमे में मुकेश (Mukesh) के लिए कोर्ट (Court) द्वारा नियुक्त वकील वृंदा ग्रोवर ने उस पर दबाव डाल कर क्यूरेटिव याचिका दाखिल करवाई। शर्मा के मुताबिक, क्यूरेटिव पेटिशन दायर करने की समय सीमा तीन साल थी, जिसकी जानकारी मुकेश को नहीं दी गई। इसलिए मुकेश (Mukesh) को नए सिरे से क्यूरेटिव याचिका और दया याचिका दाखिल करने का मौका दिया जाए।
दोषियों के परिवारवालों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मांगी इच्छामृत्यु
निर्भया (Nirbhaya) गैंगरेप और हत्या मामले में फांसी की सजा पाने वाले चार दोषियों के परिवारवालों ने रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी। इच्छामृत्यु मांगने वालों में दोषियों के बुजुर्ग माता-पिता, भाई-बहन और उनके बच्चे शामिल हैं।
दोषियों के परिवार ने हिन्दी में राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है कि हम आपसे (राष्ट्रपति) और पीड़िता के माता-पिता से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे अनुरोध को स्वीकार करें और हमें इच्छामृत्यु की अनुमति दें। भविष्य में होने वाले किसी भी अपराध को रोकें, ताकि निर्भया (Nirbhaya) जैसी दूसरी घटना न हो और अदालत को एक व्यक्ति के स्थान पर पांच लोगों को फांसी ना दी जाए।