इस्लामाबाद: कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) देशों की बैठक में पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) नहीं आए। उनकी जगह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य मामलों पर विशेष सहायक जफर मिर्जा मौजूद रहे और उन्होंने भी कोरोना वायरस की जगह कश्मीर (Kashmir) का राग अलाप दिया। इस पर पाकिस्तान के ही पूर्व सांसद ने इमरान खान को खरी खोटी सुनाई है। पाकिस्तान के पूर्व सांसद फरहतुल्ला बाबर (Farhatullah Babar) ने लिखा है, सार्क की बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को छोड़ कर सभी सदस्य देशों के राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री आए। ‘क्या इमरान खान ने यह दावा नहीं किया था अगर भारत के प्रधानमंत्री मोदी एक कदम आगे बढ़ाएंगे तो वह दो कदम आगे बढ़ाएंगे?’ फरहातुल्ला ने लिखा, ‘वह (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) नासमझ, गैर जिम्मेदार और अपने दावों के उलट काम कर रहे हैं।’
बता दें दक्षेस देशों ने रविवार को कोरोना वायरस का मिलकर मुकाबला करने का निश्चय किया और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 करोड़ डॉलर की प्रारंभिक पेशकश करते हुए Covid-19 आपात कोष सृजित करने का प्रस्ताव किया और कहा कि हम साथ मिलकर इससे बेहतर ढंग से निपट सकते हैं, दूर जाकर नहीं. इस वीडियो कांफ्रेंस का संदेश इस वायरस से एकजुट होकर मुकाबला करना रहा लेकिन पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए इस मौके का इस्तेमाल किया और उसने कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू कश्मीर में सभी तरह की पाबंदी हटाने की मांग की।
‘तैयार रहें लेकिन घबराएं नहीं’
मोदी के अलावा श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य मामलों पर विशेष सहायक जफर मिर्जा ने इस वीडियो कांफ्रेंस में हिस्सा लिया। मोदी ने कहा, ‘दक्षेस क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमण के लगभग 150 मामले आए हैं, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है. तैयार रहें लेकिन घबराएं नहीं..यही हमारा मंत्र है।’
उधर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य मामलों पर विशेष सहायक जफर मिर्जा ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए कोई भी देश मुंह नहीं मोड़ सकता है। उन्होंने कहा कि हमारा सामूहिक प्रयास कोरोना वायरस से निपटने में दक्षेस क्षेत्र में ठोस रणनीति तैयार करने में मदद करेगा।