रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद यूक्रेन में हालात बुरे हो गए हैं। आम नागरिक जान बचाने के लिए एक शहर से दूसरे शहर की ओर भाग रहे हैं। इसी बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस ने वीटो का इस्तेमाल कर अपने खिलाफ आए निंदा प्रस्ताव को गिरा दिया है। इस निंदा प्रस्ताव के समर्थन में 11 और विरोध में एक वोट पड़ा है। भारत, चीन और यूएई ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की निंदा प्रस्ताव बैठक में रूस के हमले की कड़ी निंदा की गई है।
अमेरिका सहित जापान, ऑस्ट्रेलिया, ताइवान और अन्य देशों ने रूस पर नए और कड़े प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। यूरोपीय यूनियन ने पुतिन और लावरोव की संपत्तियां फ्रीज करने के निर्णय पर भी सहमति जताई है। उधर, यूक्रेन के बातचीत के प्रस्ताव पर रूस ने कहा है कि वह बातचीत को तैयार है, लेकिन यूक्रेन पहले हथियार डाले। इसी बीच भारत की चिंता यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने की है। इसकी कोशिशें लगातार हो रही है। यूक्रेन में भारत के राजदूत पार्थ सत्पथी ने शुक्रवार को इस देश में फंसे भारतीय छात्रों को आश्वासन देते हुए कहा कि भारत सरकार इस देश से सभी भारतीय नागरिकों को बाहर निकालेगी। विमानों को सेवा में लगाया गया है।
यूक्रेन सीमा से 32 किमी दूर 150 रूसी हेलिकॉप्टर
बेलारूस-यूक्रेन बॉर्डर के पास सैटेलाइट इमेज में दिखे रूस के 150 हेलिकॉप्टर, यूक्रेन बॉर्डर से 32 किलोमीटर दूर हैं ये हेलिकॉप्टर।
चीन ने कहा-यूएन चार्टर के उद्देश्यों को बरकरार रखना होगा
संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि, झांग जून ने चीन की ओर से अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि सभी राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों को बरकरार रखा जाना चाहिए।
जेलेंस्की ने संभाली युद्ध की कमान
रूस पर जवाबी हमले के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कमान संभाली है। उन्होंने अमेरिका के उन्हें कीव से बाहर निकालने का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा था कि मैं कीव छोड़कर कहीं नहीं जाउंगा।