तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एएफपी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत इस प्राकृतिक आपदा की वजह से हो चुकी है। हजारों लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं और हॉस्पिटल घायलों से पटे पड़े हैं।
#TurkeyEarthquake | As per AFP News Agency, over 15,000 people have been killed so far due to powerful earthquakes in Turkey and Syria.
— ANI (@ANI) February 9, 2023
लोगों को हॉस्पिटलों में जगह मिलने में भी मुश्किल हो रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है और मौसम की वजह से उसमें भी खलल पड़ रहा है। गौरतलब है कि सोमवार को तुर्की और सीरिया में 7.8 की तीव्रता वाला शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसमें हजारों इमारतें जमीदोंज हो गईं और हजारों लोगों की जान चली गई।
एनडीआरएफ की टीमें खोज और बचाव अभियान चला रहीं
तुर्की के नूरदागी में एनडीआरएफ की टीमें खोज और बचाव अभियान चला रही हैं। भूकंप से प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा आपूर्ति और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ एनडीआरएफ की 3 टीमों को भारत से तुर्की भेजा गया है।
#OperationDost | Search and rescue operation underway by NDRF teams in Turkey’s Nurdagi.
3 NDRF teams along with specially trained dog squads, medical supplies & other necessary equipment are sent to Turkey from India to provide assistance to people affected by the earthquakes. pic.twitter.com/Uifa0IItUK
— ANI (@ANI) February 9, 2023
’10 भारतीय दूर-दराज वाले इलाकों में फंसे हैं’
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने बताया कि तुर्की के भूकंप प्रभावित इलाके में एक भारतीय लापता है और 10 अन्य लोग दूर-दराज वाले इलाकों में फंसे हुये हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि 3 लोगों ने भारत सरकार से संपर्क किया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
उन्होंने बताया कि तुर्की में भारतीय नागरिक अपेक्षाकृत सुरक्षित हैं। वर्मा ने कहा, ‘हमने तुर्किये के अदन में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। प्रभावित इलाकों के दूर-दराज वाले इलाकों में 10 भारतीय फंसे हुये हैं, लेकिन वे सब सुरक्षित हैं।’
3 दिन बाद मलबे से सोता निकला बच्चा
तुर्की से ही हैरान करने वाला एक अन्य वीडियो भी सामने आया है, जो मलबे के नीचे दबा था। रेस्क्यू टीम ने जब उसे बाहर निकाला तो वह सो रहा था। इस बच्चे की उम्र महज 5 से 6 वर्ष के करीब है।
जब बच्चे को राहत और बचाव दल बाहर निकालते हैं तो वह पूछता है कि …क्या हुआ है…। दरअसल भूकंप आने के बाद यह बच्चा मलबे में दबा था और चैन से सो रहा था। 3 दिन बाद जीवित बाहर निकला तो विनाश का नजारा देखकर हैरान रह गया।