नई दिल्ली : दिल्ली (Delhi) हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक इस भयावह घटना में 47 लोगों की जान जा चुकी है। सोमवार को आए आंकड़े में गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 38, लोक नायक अस्पताल में तीन, जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में एक और राम मनोहर लोगहिया अस्पताल में पांच लोगों की जान गई है। कई लोग अभी भी लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
Death toll in #DelhiViolence rises to 47 (38 at Guru Teg Bahadur Hospital, 3 at Lok Nayak Hospital, 1 at Jag Parvesh Chander Hospital & 5 at Dr. Ram Manohar Lohia Hospital). pic.twitter.com/LBtWQ9FW3j
— ANI (@ANI) March 2, 2020
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थक और विरोधियों के बीच भड़की हिंसा ने सांप्रदायिक दंगे का रूप ले लिया था। 23 फरवरी को शुरू हुई हिंसा में दो सौ से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। हिंसा के एक सप्ताह बाद स्थिति सामन्य है लेकिन माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली (Delhi) में अभी भी भारी संख्या में पुलिस (Police) की तैनाती है। हालांकि अब दुकान और स्कूल खुल गए हैं।
हिंसा के बाद अफवाहों का बाजार गर्म है। रविवार को हिंसा की झूठी खबर के बाद कई इलाकों में अफरा-तफरी और तनाव का माहौल हो गया था। दिल्ली मेट्रों ने भी बिना कारण बताए सात स्टेशनों को बंद कर दिया। हालांकि, पुलिस (Police) ने तुरंत इसका खंडन किया और लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की।