कोरोना (corona) वायरस (virus) के बीच गाजियाबाद (Ghaziabad) से 107 संक्रमित लापता होने से हड़कंप मच गया है। ये सभी मरीज जांच कराने के बाद से नहीं मिल रहे हैं।
कुछ मरीजों के मोबाइल नंबर गलत हैं तो कुछ ने अपना पता गलत बताया था। सर्विलॉन्स की टीम इन्हें खोजने में जुटी है। कोरोना (corona) का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है।
इसके साथ स्वास्थ्य विभाग पर कोरोना (corona) संक्रमितों के इलाज और उनके संपर्क में आए लोगों की जांच करने की जिम्मेदारी बढ़ गई है। दो मार्च को सबसे पहले जिले में कोरोना (corona) संक्रमित की पुष्टि हुई थी।
110 दिनों में 17 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की गई, जिसमें 960 से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अभी जिले में 330 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। 512 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।
वहीं, 107 लोग स्वास्थ्य विभाग की पकड़ से दूर हैं। कुछ लोगों ने जिले में सरकारी बूथ सैंपल पर जांच तो कराई, लेकिन अपनी डिटेल गलत जानकारी दी। इस कारण विभाग की ओर से उन मरीजों से संपर्क भी नहीं किया जा सका और उन मरीजों ने भी अपनी रिपोर्ट की जानकारी लेने का कोई प्रयास किया।
अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कुछ मरीज ऐसे हैं जिन्हें पॉजिटिव हुए 15 से दिन हो चुके हैं। अधिकारियों का कहना है मरीजों के संबंध में जानकारी रखना डिस्ट्रिक्ट सर्विलॉन्स अधिकारी की जिम्मेदारी है, लेकिन उन्हें भी इन मरीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
”गायब मरीजों की जानकारी जुटाने के लिए एनयूएचएम विंग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लापता मरीजों की तलाश की जा रही है। मोबाइल नंबर से निरंतर संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, साथ ही उनकी लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है।” डॉ. एन.के. गुप्ता, सीएमओ