नई दिल्ली: देशभर में मार्च के महीने से ही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। लोगों को झुलसाती गर्मी ने मार्च में पिछले कई सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। पूरे देश में पिछले सवा सौ साल में मार्च महीने में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी।
इस साल मार्च का औसत तापमान 33 दशमलव 10 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 2010 में 33 दशमलव 9 डिग्री का रिकॉर्ड दर्ज था। अब अप्रैल का महीना शुरू हो गया है लेकिन मौसम विभाग की माने तो अप्रैल में भी लोगों को गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है।
दिल्ली में पिछले कई सालों की रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। चिलचिलाती धूप ने लोगों का घर से बाहर निकलना तक दुश्वार कर दिया है। बढ़ती हुई गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट तक जारी किया है।
अप्रैल में लू से लोगों की बढ़ेगी मुश्किलें
भारत साल 1901 से मौसम विभाग डेटा जुटा रहा है। तब से आज तक ऐसी गर्मी कभी नहीं पड़ी यानी गर्मी के सारे रिकॉर्ड धराशायी हो गए। मार्च तो गुजर गया लेकिन अप्रैल की गर्म हवाएं लू बनकर लोगों की मुश्किलें बढ़ाने वाली है।
फिलहाल लोग धूप से बचने के लिए लोग अलग-अलग उपाय अपना रहें हैं। बार बार पानी पीना, ठंडा शरबत, घर से निकलने पर छाता और कई तरह के उपाय आजमा रहें हैं। गर्मी ऐसी है कि मानो मई जून का महीना चल रहा हो। इस चुभती हुई गर्मी से फिलहाल लोगों को कोई राहत नहीं मिलती नजर आ रही है। दोपहर में देश के कई बड़े शहरों में सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है
मार्च में गर्मी ने तोड़ा 122 साल का रिकॉर्ड
मार्च में गर्मी ने 122 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भीषण गर्मी पड़ने की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मुश्किल ये है कि गर्मी का ये सितम अप्रैल के महीने में भी कम नहीं होगा। यानी इस महीने में भी कोई बारिश होने की उम्मीद नहीं है और ना ही चुभती गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।
ऐसे हालात दिल्ली में कम से कम 8 से 10 दिन तक और रहेंगे। भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक आर के जेनामनी ने कहा है कि अभी पिछले 2 दिनों से हवा चल रही है जिसकी वजह से तापमान में 2 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है लेकिन आगे कुछ दिनों तक बारिश के अनुमान नहीं हैं।