सस्ते क्रूड से पेट्रोल 12 रुपये, डीजल 10 रुपये तक हो सकता है सस्ता

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नई दिल्ली :  भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की इकोरैप रिपोर्ट की मानें तो भारत में पेट्रोल (Petrol) 12 रुपये और डीजल (diesel) 10 रुपये तक सस्ता हो सकता है। इसके पीछे की वजह कोरोना (Corona) वायरस (Virus) महामारी है। कोरोना (Corona) वायरस (Virus) के चलते वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 30 फीसदी की गिरावट से भारत में पेट्रोल (Petrol) की कीमतें 12 रुपये प्रति लीटर और डीजल (diesel) की कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी हो सकती है।

एसबीआई (Sbi) की इकोरैप रिपोर्ट में हालांकि कहा गया है कि ये तभी संभव है अगर सरकारें एक्साइज ड्यूटी न बढ़ाएं। अगर केंद्र और राज्य दोनों फ्यूल की कीमतों में कटौती करने के इच्छुक नहीं हैं, तो उन्हें किसी भी परिस्थिति में एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी नहीं करनी चाहिए। अगर सरकारों ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी तो लोगों को कच्चे तेल में गिरावट का फायदा पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी के रूप में नहीं मिल पाएगा।

क्रूड के दाम बेतहाशा गिरे
कोरोना वायरस या कोविड-19 की महामारी के चलते दुनिया भर के बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है और शेयर बाजार तो गिर ही रहे हैं, कमोडिटी बाजारों में भी बेतहाशा कमजोरी देखी जा रही है। वहीं इसके अलावा कच्चे तेल के दाम भी पिछले कुछ समय में भारी गिरावट दिखा चुके हैं और इसके दाम 30 फीसदी तक नीचे आ चुके हैं। ब्रेंट क्रूड 30.85 डॉलर प्रति बैरल पर आ चुका है और डबल्यूटीआई क्रूड 28 डॉलर प्रति बैरल से कुछ ही ऊपर कारोबार कर रहा है।

देश में पेट्रोल-डीजल के आज के दाम
आज लगातार दूसरे दिन पेट्रोल-डीजल के दाम में बदलाव नहीं हुआ और राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 69.59 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 62.29 रुपये प्रति लीटर पर है। मुंबई में पेट्रोल 75.30 रुपये प्रति लीटर और डीजल 65.21 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 72.29 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 64.62 रुपये प्रति लीटर पर है।

एसबीआई ग्रुप के आर्थिक सलाहकार की ये है राय
एसबीआई (Sbi) ग्रुप के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्यकांति घोष ने भी कहा कि अगर सरकारों ने एक्साइज ड्यूटी नहीं बढ़ाई तो ही लोगों को सस्ते पेट्रोल-डीजल का फायदा मिल पाएगा। उन्होंने आरबीआई (Rbi) की आने वाली क्रेडिट पॉलिसी को लेकर भी कहा कि केंद्रीय बैंक को रेट कट करने से ज्यादा पॉलिसी प्रॉसेस पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर आरबीआई (Rbi) ने ज्यादा दरें घटा दीं तो कैश विड्रॉल की अधिकता देखी जा सकती है।

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