डॉ. वीके पॉल: भारत में अगले 100-125 दिन क्रिटिकल

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नई दिल्ली: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर में आए उतार के बाद केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय (Health Ministry) ने 73 जिलों को चिंता का कारण माना है, इन जिलों में रोजाना 100 से ज्‍यादा कोरोना केस दर्ज हो रह हैं। मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि 47 जिलों में पॉजिटिविटी 10% से ज्यादा है। वैसे समग्र रूप से पिछले 25 दिनों से ओवरआल पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी से कम है।कोरोना को लेकर मीडिया ब्रीफिंग में नीति आयोग के सदस्‍य वीके पॉल ने कहा कि कोरोना को लेकर भारत में अगले 100 से 125 दिन क्रिटिकल हैं।

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य (WHO) ने डेटा के आधार पर एनालाइज किया है. वर्ल्ड तीसरी वेब की ओर बढ़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि पीएम ने आज कहा कि इसे वार्निंग लेकर चलिए. 64% केस स्पेन में केस एक हफ्ते में बढ़े, 300% नीदरलैंडस में केस बढ़े. डॉ. वीके पॉल ने कहा कि WHO की चेतावनी ग्लोबल है। उसे हमें समझना है और जो टूल हैं उन्हें हमे अपनाना है। हमारी पॉपुलेशन अभी भी वर्लनेबल है। अभी देश मे हर्ड इम्युनिटी नही है। सिचुएशन कंट्रोल में है लेकिन स्थिति बिगड़ सकती है।

डॉ. पॉल के कहा कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज से मौत का खतरा 95% कम हो जाता है और एक डोज से 82% तक मौत का खतरा घट जाता है। उन्‍होंने बताया कि तमिलनाडु के पुलिसकर्मियो पर की गई एक स्टडी के आधार पर इसका दावा किया गयाm ये स्टडी इस साल 1 फरवरी से 14 मई तक की गई थी। तमिलनाडु में 67673 पुलिसकर्मियों ने वैक्सीन की दोनो डोज ली जबकि 32792 ने सिर्फ एक डोज ली।

17059 ऐसे थे जिन्हें एक भी dose नहीं लगी थी, इनमें से 31 लोगों की मौत हो गई। चार लोग ऐसे थे जिन्हें दोनों डोज लगी थी। 7 लोगों को एक डोज लगी थी और 20 लोग ऐसे थे जिन्होंने वैक्‍सीन नहीं लगाई थी। स्टडी में पाया गया कि वैक्सीनेटेड लोगों को अस्पताल जाने की नौबत 77% कम हो जाती है।ऑक्सीजन की जरूरत 95% कम हो जाती है।आईसीयू की जरूरत 94% कम हो जाती है।

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