महाराष्ट्र में लगा 3 बार राष्ट्रपति शासन, संभव नहीं गठबंधन

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मुंबई. महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर 52 साल के रिकॉर्ड नहीं तोड़ सकें। राज्य में 1967 के बाद इस बार संभावना बनी थी कि 5 साल का कार्यकाल पूरा करके फडणवीस दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि, शिवसेना के मतभेद के बाद फडणवीस वापसी नहीं कर सकें और राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया। राज्य में दो बार 1980 और 2014 में भी राष्ट्रपति शासन लगा था। राज्य के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा है।

इससे पहले कांग्रेस के मुख्यमंत्री वसंतराव नाइक 1963 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे । दूसरी बार 1967 में भी उन्होंने सीएम पद की शपथ लेकर कार्यकाल पूरा किया। सिर्फ यही नहीं, वे तीसरी बार 13 मार्च 1972 को फिर राज्य के मुख्यमंत्री बने। लेकिन 1975 में आपातकाल के दौरान उन्हें पद से हटाकर शंकरराव चव्हाण को राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया गया।

  • महाराष्ट्र में अब तक लग चुका है दो राष्ट्रपति शासन 1980 और 2014 
  • महाराष्ट्र में 1960 से 2014 तक 28 मुख्यमंत्रियों ने शपथ ली
  • महाराष्ट्र में कार्यकाल पूरा करने वाले हैं अब तक सिर्फ 2 मुख्यमंत्री
  • देवेंद्र फडणवीस दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेकर तोड़ सकते थे वसंतराव का रिकॉर्ड 

महाराष्ट्र में लग चुका है दो राष्ट्रपति शासन 

  • साल 1980: महाराष्ट्र में पहली बार 1980 में राष्ट्रपति शासन लगा था। तब इंदिरा गांधी सरकार ने 9 गैर-कांग्रेसी राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। इन राज्यों में महाराष्ट्र भी शामिल था। इससे पहले, 1977 में जब जनता पार्टी की सरकार आई तो उन्होंने 8 कांग्रेसी राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाया था।
  • साल 2014: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राकांपा ने कांग्रेस से 15 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद अल्पमत में आ गई पृथ्वीराज चह्वाण सरकार ने इस्तीफा दे दिया। राज्य में पूरे 33 दिनों तक राष्ट्रपति शासन रहा था। दोनों पार्टियों के बीच मतभेद का कारण विधानसभा में सीटों का बंटवारा रहा।

कार्यकाल पूरा करने वाले महाराष्ट्र के 2 मुख्यमंत्री 

महाराष्ट्र में 1960 से 2014 तक 28 मुख्यमंत्रियों ने शपथ ली। इसमें 18 लोग अलग-अलग बार इस पद पर काबिज हुए। महाराष्ट्र में अभी तक सिर्फ दो मुख्यमंत्री ही हुए हैं, जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है। इनमें पहले वसंतराव नाइक और दूसरे देवेंद्र फडणवीस हैं। 

शरद पवार बने 4 बार मुख्यमंत्री

37 साल की उम्र में शरद पवार राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने। 1980 में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।  इसके बाद पवार 1988 और 1990 में लगातार दूसरी बार सीएम जरूर बने, लेकिन पांच साल का कार्यकाल पूरा किए बिना। इसके बाद पवार 1993 से 1995 तक सीएम रहे। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का पद सबसे ज्यादा करीब 50 साल तक कांग्रेस के पास रहा। 1995 से 1999 और फिर 2014 में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार थी। इस दौरान 3 मुख्यमंत्री बने।

गठबंधन का दौर

1995 में राज्य को पहला गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री मिला। शिवसेना-भाजपा गठबंधन में मनोहर जोशी मुख्यमंत्री बने। मगर जमीन घोटाले के चलते उन्हें चार साल में इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद नारायण राणे, विलासराव देशमुख, सुशील शिंदे, अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण भी सीएम बने, लेकिन कोई भी पांच साल पूरे नहीं कर पाया।

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