नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ (Ramnath) कोविंद (Kovind) की अध्यक्षता में बुधवार 26 जनवरी को 73वें गणतंत्र दिवस (73rd Republic Day) के मौके पर भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और विभिन्न अनूठी पहलों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस वर्ष गणतंत्र दिवस का समारोह विशेष है, क्योंकि भारत स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में है, जिसे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर रक्षा मंत्रालय ने राजपथ पर परेड के दौरान और 29 जनवरी को विजय चौक पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह के दौरान कई नए कार्यक्रमों की शुरुआत करने का फैसला किया है।
इससे पहले सरकार ने कहा था कि गणतंत्र दिवस समारोह अब हर साल 23 जनवरी से 30 जनवरी के बीच एक सप्ताह के लिए मनाया जाएगा। समारोह 23 जनवरी को स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शुरू होगा और 30 जनवरी को शहीद दिवस के दिन समाप्त होगा। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पहली बार भारतीय वायु सेना (IAF) 75 विमानों और हेलीकॉप्टरों द्वारा भव्य फ्लाईपास्ट दिखाएगी। ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह के लिए स्वदेशी रूप से विकसित 1,000 ड्रोन द्वारा ड्रोन शो की योजना भी बनाई गई है। साथ ही पहली बार प्रोजेक्शन मैपिंग भी दिखाई जाएगी।
परेड में सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रदर्शन करने के लिए 480 डांसरों को एक राष्ट्रव्यापी वंदे भारतम डांस प्रतियोगिता के माध्यम से चुना गया है। मुख्य परेड में राष्ट्रीय कैडेट द्वारा ‘शहीदों को शत शत नमन’ कार्यक्रम का शुभारंभ और ‘कला कुंभ’ कार्यक्रम के दौरान तैयार किए गए 75 मीटर के दस स्क्रॉल का प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा। वहीं दर्शकों के लिए परेड स्थल पर 10 बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई हैं।
बेहतर दृश्यता के चलते राजपथ पर परेड सुबह 10 बजे के बजाय 10:30 बजे शुरू होगी। वर्तमान COVID-19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्था की गई है। दर्शकों के लिए सीटों की संख्या काफी कम कर दी गई है और लोगों को लाइव समारोह देखने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “केवल डबल टीकाकरण वाले वयस्कों और एक डोज लगवा चुके 15 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को ही अनुमति दी जाएगी। 15 साल से कम उम्र के बच्चों को कार्यक्रम स्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए और ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में ऑटो-रिक्शा चालकों, निर्माण श्रमिकों, सफाई कर्मचारियों और फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के कुछ वर्गों को आमंत्रित किया जाएगा। गणतंत्र दिवस परेड समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के दौरे से होगी। परंपरा के अनुसार, राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।
परेड की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सलामी लेने के साथ होगी। फिर सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के गौरवान्वित विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इसकी कमान परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा संभालेंगे. दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल आलोक काकर परेड सेकेंड-इन-कमांड होंगे। राजपूत रेजिमेंट, असम रेजिमेंट, जम्मू-कश्मीर लाइट रेजिमेंट, सिख लाइट रेजिमेंट, आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स और पैराशूट रेजिमेंट सहित सेना के कुल छह मार्चिंग दस्ते वहां होंगे।
कार्यक्रम का भव्य समापन और परेड का सबसे उत्सुकता से प्रतीक्षित खंड, फ्लाईपास्ट ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में भारतीय वायु सेना के 75 विमानों/हेलीकॉप्टर कई संरचनाओं को प्रदर्शित करेंगे। 29 जनवरी को विजय चौक पर होने वाले बीटिंग द रिट्रीट समारोह के दौरान सैन्य बैंडों के मार्शल धुनों के अलावा कुछ नए कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। इनमें ड्रोन शो और प्रोजेक्शन मैपिंग शामिल हैं।