नई दिल्ली : आयातित प्याज अब भारत की मार्केट में पहुंचने लगा। आयातित प्याज में दिल्ली और आंध्र प्रदेश भेजा गया है। इन राज्यों को प्याज के बंदरगाह पर पहुंचने की लागत 57 से 58 रुपये प्रति किलो बताई जा रही है। वहां से निकलकर जब प्याज रिटेल मार्केट में पहुंचेंगे तो निश्चित रूप से इनकी कीमत 70 रुपये प्रति किलो के आसपास तक हो सकती है।
कहां से आएगा प्याज?
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, 290 टन और 500 टन की दो खेप पहले ही मुंबई पहुंच चुकी हैं। हम राज्य सरकारों को यह प्याज बंदरगाह पर 57 से 60 रुपये किलो की लागत के आधार पर दे रहे हैं। प्याज का आयात तुर्की, मिस्र और अफगानिस्तान से किया गया है।
70-80 रुपये हो सकते हैं दाम
खुदरा कारोबारी राजेंद्र गुप्ता का कहना है कि सरकार अगर बंदरगाह पर आयातित प्याज 60 रुपये किलो में दे रही है तो इसकी खुदरा कीमत 75 से 80 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। इसका मतलब है कि प्याज की कीमतें सीधे 30 से 40 पर्सेंट कम हो सकती हैं। इस समय देश के प्रमुख शहरों में प्याज की खुदरा कीमतें 100 रुपये किलो से ऊपर चल रही हैं। हालांकि, कुछ हिस्सों में तो प्याज 160 रुपये किलो है।
राज्य सरकारों ने मांगा था प्याज
आंध्र प्रदेश और दिल्ली की सरकारों ने प्याज की मांग की थी। उन्होंने आयातित प्याज उठाना शुरू कर दिया है। अधिकारी ने कहा कि प्याज की और खेप भी रास्ते में है, इनसे घरेलू आपूर्ति सुधारने में मदद मिलेगी। 2019-20 के फसल वर्ष (जुलाई से जून) में खरीफ उत्पादन में 25 पर्सेंट की कमी आने का अनुमान है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में मॉनसून में देरी और भारी बारिश जैसी वजहों से प्याज का उत्पादन घटा है।