ब्रिटेन : अगले हफ्ते दिए जाने वाले ‘यूके बस अवॉर्ड्स के लिए अंतिम रूप से चुने गए छह दावेदारों में दो भारतीय मूल के चालक भी शामिल है। लंदन में मंगलवार (19 नवंबर) को दिए जाने वाले पुरस्कार के लिए दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड के स्विनडॉन शहर के रूट पर बस चलाने वाले गुरनाम सिंह और मिडलैंड्स इलाके के नॉटिंघम शहर में बस चलाने वाले जतींदर कुमार भी कड़ी दावेदारी पेश कर रहे है। कुमार ने स्थानीय अखबार ‘नॉटिघंम लाइव’ को बताया, ”जब आप नामांकित होते हैं तो सपने की शुरुआत होती है।” उन्होंने कहा, ”मैंने कभी इस बारे में नहीं सोचा। मैं वास्तव में आम आदमी हूं जो नौकरी के लिए संघर्ष करता है। इसके बारे में मैंने कभी नहीं सोचा, यह सपना है।” कुमार मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर जिले स्थित नंदा चौर गांव के रहने वाले हैं और 2008 से नॉटिंघम नगर परिवहन में काम कर रहे हैं। भारत में उनकी दो बहने हैं और बस चालक की नौकरी से उन्होंने उनकी शिक्षा पूरी करने में मदद की। गुरनाम सिंह स्विनडॉन की स्टेजकोच बस कंपनी में काम करते हैं। कंपनी ने भी गुरनाम को साल का बेहतर बस सेवा देने वाला चालक चुना था। ग्राहक पगड़ी धारी गुरनाम की प्रशंसा करते हैं। उल्लेखनीय है कि शुरू में इस पुरस्कार का नाम ‘बस उद्योग सम्मान’ रखा गया था, लेकिन 2005 में इसका नाम बदलकर यूके बस अवॉर्ड्स रखा गया।
UK Bus Awards: अवॉर्ड के दावेदार है दो भारतीय
