नई दिल्ली: हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व है। यह पर्व हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व में सभी देवताओं में प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए इनकी पूजा की जाती है। इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त 2022 (यानि आज) मनाई जाएगी।
गणेश चतुर्थी से गणेश महोत्सव की शुरुआत होती है और यह महोत्सव दस दिन बाद यानि अनंत चतुर्दशी को गणपति विसर्जन के साथ ही समाप्त किया जाता है।
इन 10 दिनों में भगवान गणेश जी को 10 अलग –अलग चीजों का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि इन 10 चीजों का भोग लगाने से भगवान गणेश अति प्रसन्न होते हैं। इससे घर परिवार में सुख शांति और समृद्धि आती है।सारे संकट कट जाते हैं।
दस दिनों में इन 10 चीजों का लगायें भोग
- गणपति बप्पा यानी भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय है। इस लिए गणेश चतुर्थी यानि भगवान गणेश के जन्मोत्सव के दिन सबसे पहले मोदक का भोग लगाना चाहिए।
- गणेश महोत्सव के दूसरे दिन गणपति को मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाना उत्तम होता है।
- तीसरे दिन भगवान श्री गणेश की पूजा में बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।
- सनातन धर्म में भगवान गणेश को केले का भोग लगाना उत्तम माना जाता है। इस लिए गणेश चतुर्थी पूजा के चौथे दिन केले का भोग लगाना चाहिए।
- गणेश जन्मोत्सव के पांचवें के दिन घर में स्वादिष्ट मखाने की खीर बनाकर उसी का भोग लगायें।
- गणेश चतुर्थी को पूजा के 6वें दिन गणपति को नारियल का भोग लगाएं।
- जन्मोत्सव के 7वें दिन गणेश पूजा में मेवे के लड्डू का भोग लगाएं।
- दूध से बना कलाकंद भगवान गणेश को बहुत प्रिय है। इस लिए पूजा में कलाकंद का भोग लगायें।
- केसर से बनाएं गए श्रीखंड बप्पा को भोग के रूप में जरूर अर्पित करें।
- भगवान गणेश की पूजा के आखिरी दिन बाजार से या फिर घर में बने तरह-तरह के मोदक का भोग लगाए।