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कराची में टमाटर की कीमत मंगलवार को 400 रुपये किलो की रिकॉर्ड ऊंचाई पर
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आयात पर प्रतिबंध सहित कई कारण है जिसकी वजह से दाम चढ़ा है
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इस वर्ष टमाटर की पैदावार कम रहने की वजह से भी दाम चढ़े हैं
कराची : पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में टमाटर की कीमत मंगलवार को 400 रुपये किलो की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई. टमाटर के आयात पर प्रतिबंध सहित कई कारण है जिसकी वजह से दाम चढ़ा है. मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. पाकिस्तानी अखबार डॉन न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान सरकार ने पिछले सप्ताह ईरान से 4,500 टन टमाटर आयात करने का परमिट जारी किया था, लेकिन बाजार में यह आगमन जोर नहीं पकड़ सका, जिसके परिणामस्वरूप बढ़ती मांग की वजह से टमाटर की कीमतों में निरंतर वृद्धि होती चली गई. रिपोर्ट में एक व्यापारी के हवाले से बताया गया है कि ईरान से 4,500 टन टमाटर का आयात करने का परमिट दिया गया था, लेकिन इसमें से केवल 989 टन टमाटर ही पाकिस्तान पहुंच पाया.
बता दें, कराची में लोगों को पिछले हफ्ते उस वक्त झटका लगा जब टमाटर की कीमत 300 रुपये किलो से बढ़कर बुधवार को 400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. इस वर्ष टमाटर की पैदावार कम रहने की वजह से दाम चढ़े हैं. एक व्यापारी ने कहा, ‘अभी ईरान और स्वात के टमाटर कराची में बिक रहे हैं और इसकी भारी कमी है, जिसकी वजह से कीमतों में उछाल आया है.’ इस महीने की शुरुआत में टमाटर की आधिकारिक खुदरा दर 117 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि टमाटर की कीमत में वृद्धि के लिए संघीय सरकार को दोषी ठहराया जा सकता है, क्योंकि उसने किसी भी व्यापारी द्वारा मुफ्त आयात की अनुमति देने के बजाय कुछ लोगों के लिए आयात को सीमित कर दिया है. इसमें कहा गया है कि नतीजतन, ताफ्तान सीमा पर सीमित मात्रा में टमाटर को पहले से ही बुक करने के बाद बेच दिया गया था. फलाही अंजुमन थोक सब्जी बाजार के अध्यक्ष हाजी शाहजहां ने कहा कि इससे पहले खुले आयात ने टमाटर की कीमतों को स्थिर रखा हुआ था.