नोएडा (Noida) में जून के पहले तीन दिन की हवा तीन सालों में सबसे बेहतर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार तीनों दिन वायु प्रदूषण संतोषजनक और मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया।
इससे पहले के सालों में वायु प्रदूषण खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था। लॉकडाउन (lockdwon) के कारण अप्रैल व मई में भी हवा स्वच्छ रही। लॉकडाउन (lockdwon) के बाद से वायु प्रदूषण में लगातार सुधार देखा गया। अप्रैल और मई में किसी भी दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में दर्ज नहीं किया गया।
एक्यूआई (AQI) 200 से नीचे ही रहा। लॉकडाउन (lockdwon) में सभी उद्योग बंद रहे। सड़कों पर महज 3 से 5 प्रतिशत वाहन ही चले। इसका प्रभाव वायु की गुणवत्ता पर भी पड़ा। जून से सड़कों पर वाहनों की संख्या के साथ ही उद्योग धंधे भी शुरू हो गए हैं।
ऐसे में जून में वायु प्रदूषण बढ़ने की आशंका है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. जीसी वैष्णव ने बताया कि इस दौरान सांस के मरीज कम आए जबकि मार्च अप्रैल में मौसम परिवर्तन से सांस रोगियों की संख्या बढ़ती है। इस बार जून मरीजों के लिए राहतभरा रहा।
लॉकडाउन (lockdwon) के कारण घर में रहने से सांस और हृदय रोगियों को राहत मिली। वहीं वाहनों के न चलने और उद्योगों के बंद होने से हवा की गुणवत्ता सुधरी। इससे भी सांस रोगों को काफी फायदा मिला।