यातायात व फैक्टरियां बंद होने से प्रकृति और पर्यावरण को बहुत फायदा पहुंचा है। वायु प्रदूषण न होने से शहर का वातावरण बिल्कुल साफ हो गया। 30 वर्ष बाद हवा इतनी साफ हुई है कि 160 किलोमीटर किमी दूर बर्फ से ढके पहाड़ जालंधर के लोगों को दिखाई दिए हैं। यह खबर फैलते ही हर कोई अपनी छत पर खड़े होकर बर्फ से ढके पहाड़ों की फोटो खींचने लगा।
मालूम हो कि जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन की वजह से सड़कों पर गाड़ियों की संख्या भी काफी कम है। इससे प्रदूषण भी कम हुआ है। पिछले साल की तुलना में पीएम 2.5 का स्तर देखा जाए तो यह भी 26 फीसदी तक कम हुआ है। वायु प्रदूषण पर काम करने वाली संस्था सफर ने भी इस संबंध में शोध पत्र जारी किया है। साथ ही पीएम 10 की सांद्रता में भी तेजी से गिरावट आई है।