नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र (Narendra) मोदी (Modi) ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देते हुए किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की है। पीएम (PM) मोदी (Modi) ने कहा है कि कृषि कानूनों में कोई कमी हो तो उसे ठीक करेंगे, कोई ढिलाई हो तो उसे कसेंगे।
किसान (Farmers) आंदोलन खत्म कर दें और अपने घर लौट जाएं। पीएम (PM) मोदी (Modi) के बयान पर अब भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi speaks about TMC MP Derek O’Brien and Congress MP Partap Singh Bajwa who spoke in Rajya Sabha, ahead of his reply to the Motion of Thanks on the President’s Address.
(Video Source: Rajya Sabha TV) pic.twitter.com/0Jq60p6Frb
— ANI (@ANI) February 8, 2021
मोदी बातचीत करना चाहते हैं तो हम तैयार- टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा है, ‘’अगर पीएम (PM) मोदी (Modi) बातचीत करना चाहते हैं तो हमारा मोर्चा और कमेटी बातचीत करने के लिए तैयार हैं। हमारे पंच भी वही हैं और हमारा मंच भी वही है। एमएसपी (MSP) पर क़ानून बने यह किसानों के लिए फायदेमंद होगा।
’’ उन्होंने कहा, ‘’देश में भूख पर व्यापार नहीं होगा. अनाज की कीमत भूख पर तय नहीं होगी। भूख पर व्यापार करने वालों को देश से बाहर निकाला जाएगा। देश में आज पानी से सस्ता दूध बिक रहा है। किसानों की दूध पर लागत ज्यादा आ रही है, लेकिन उसको दाम कम मिल रहा है। दूध का रेट भी फिक्स होना चाहिए।’’
सांसदों और विधायकों से पेंशन छोड़ने की अपील करें मोदी- टिकैत
टिकैत ने आगे कहा, ‘’प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह से जनता से गैस पर सब्सिडी छोड़ने की अपील की थी, उसी तरह अब उन्हें सांसदों और विधायकों से अपील करनी चाहिए कि वह जो पेंशन ले रहे हैं, वह छोड़ दें।’ उन्होंने कहा, ‘’अगर सांसद और विधायक पेंशन छोड़ देंगे तो किसान भारतीय यूनियन उनका धन्यवाद करेगा।’
पीएम मोदी ने क्य़ा कहा है?
पीएम मोदी ने कहा कि सदन में किसान आंदोलन की भरपूर चर्चा हुई है। ज्यादा से ज्यादा समय जो बात बताई गईं वो आंदोलन के संबंध में बताई गई। किस बात को लेकर आंदोलन है? उस पर सब मौन रहे।
जो मूलभूत बात है, अच्छा होता कि उस पर भी चर्चा होती। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन पर राजनीति हावी हो रही है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मंडियां और अधिक आधुनिक बनेंगी।
PM reitertes in Rajya Sabha ‘MSP tha, MSP hai aur MSP rahega.’
He is replying in the House to the Motion of Thanks on the President’s Address. pic.twitter.com/CsqDxJHBxO
— ANI (@ANI) February 8, 2021
एमएसपी है, एसएसपी (MSP) था और एमएसपी (MSP) रहेगा। इसलिए किसान आंदोलन खत्म कर दें। वहां बहुत बुजुर्ग लोग बैठे हुए हैं. सभी अपने घर जाएं।”