उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज कांड पर पहली बार बयान दिया है। उमेश पाल हत्याकांड मामले पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी गुस्से में नजर आए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा “ये जो अपराधी और माफिया हैं आखिर ये पाले किसके द्वारा गए हैं? क्या ये सच नहीं है कि जिसके खिलाफ FIR दर्ज है उन्हें सपा ने सांसद बनाया था? आप अपराधी को पालेंगे और उसके बाद आप तमाशा बनाते हैं। हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे”
ये जो अपराधी और माफिया हैं आखिर ये पाले किसके द्वारा गए हैं? क्या ये सच नहीं है कि जिसके खिलाफ FIR दर्ज है उन्हें सपा ने सांसद बनाया था? आप अपराधी को पालेंगे और उसके बाद आप तमाशा बनाते हैं। हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे: प्रयागराज की घटना पर UP CM योगी आदित्यनाथ,लखनऊ,यूपी https://t.co/Qaea6lUfl4 pic.twitter.com/bcPMnRXVQH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2023
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश और योगी आदित्यनाथ के बीच तीखी बहस भी नजर आई। बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम प्रयागराज स्थित उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामचरितमानस विवाद पर समाजवादी पार्टी घेरते हुए कहा कि एक पवित्र ग्रन्थ को फाड़ा गया और जलाया गया, क्या यह सनातन धर्म का अपमान नहीं था ? मुख्यमंत्री ने उस विवादित चौपाई का भी अर्थ समझाया जिसको लेकर विवाद शुरू हुआ था।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘जिस माफिया ने कल यह कृत्य किया है वह उत्तर प्रदेश के बाहर है और वह माफिया समाजवादी पार्टी के सहयोग से ही बार-बार विधायक और सांसद बना है।
उन्होने कहा कि क्या यह सच नहीं है कि 1996 में इलाहाबाद-पश्चिमी सीट से वह माफिया समाजवादी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार और पार्टी के सहयोग से विधायक बना था। यही नहीं वर्ष 2004 में भी वह माफिया इन्हीं लोगों के सहयोग से सांसद बना था। यह लोग चोरी और सीनाजोरी करने का काम कर रहे हैं।