नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरुवार को फाइज़र-बायोटेक (Pfizer-BioNTech) वैक्सीन (Vaccine) के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अपनी ओर से मंज़ूरी दे दी। कोरोना (Corona) महामारी फैलने के बाद डब्ल्यूएचओ (WHO) की तरफ से किसी वैक्सीन (Vaccine) को पहली बार मान्यता दी गई है।
डब्ल्यूएचओ (WHO) के इस फैसले से देशों के लिए रास्ते खुल गए हैं कि वो जल्दी से इसके आयात को मंज़ूरी दें और वितरण शुरू करें.आपको बता दें कि इस वैक्सीन (Vaccine) को ब्रिटेन ने सबसे पहले 8 दिसंबर को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंज़ूरी दी थी। बाद में अमेरिका, कनाडा और यूरोरियन यूनियन के देशों ने भी इसके इस्तेमाल की मंज़ूरी दे दी थी।
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कहा है कि फाइज़र-बायोटेक वैक्सीन पहली ऐसी वैक्सीन (Vaccine) है, जिसे कोरोना (Corona) महामारी के आने के बाद संगठन की ओर से इमरजेंसी इस्तेमाल की मंज़ूरी दी गई है। डब्ल्यूएचओ की वरिष्ठ अधिकारी मैरिएंगेला सिमाओ ने कहा, “कोरोना (Corona) वैक्सीन (Vaccine) की वैश्विक पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में ये एक बेहद ही सकारात्मक कदम है।”
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने अपने और दुनियाभर के एक्सपर्ट्स के ज़रिए फाइज़र वैक्सीन के ‘सुरक्षा, प्रभावकारिता और गुणवत्ता’ के डेटा की समीक्षा की और इसके फायदे और ज़ोखिमों का मूल्यांकन किया। उन्होंने कहा, “समीक्षा में पाया गया है कि वैक्सीन डब्ल्यूएचओ (WHO) द्वारा तय किए गए सुरक्षा और प्रभावकारिता के मानदंडों पर खरी उतरती है।”
भारत में जल्द आ सकती है वैक्सीन
आज सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की कोरोना (Corona) वैक्सीन (Vaccine) पर बैठक है। बैठक में तीन दवा कंपनियों के डाटा का रिव्यू होगा, जिन्होंने इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन की अनुमति मांगी है। इस कमेटी की सिफारिश पर डीसीजीआई फैसला लेंगा. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड और फाइजर ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंज़ूरी मांगी है।