नई दिल्ली: भारत की स्टार वेटलिफ्टर और ओलंपिक मेडलिस्ट मीराबाई चानू ने दर्द के बावजूद विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक अपने नाम कर लिया है।
28 साल की चानू ने 49 किग्रा भारवर्ग में कुल 200 किलो का भार उठाया और इस दौरान उन्होंने टोक्यो ओलंपिक की चैंपियन चीन की होउ झीहुआ को भी पछाड़ा।
🥈 for Mirabai Chanu at the Weightlifting World Championships 😍@mirabai_chanu clinched 🥈 in Women’s 49kg event with a total lift of 200kg (87kg snatch + 113kg clean & jerk), beating 🇨🇳Olympic champ Hou Zhihua (198kg) 🔥
Congratulations on your feat, champion 🙌 pic.twitter.com/V85Z9rfbIJ
— SAI Media (@Media_SAI) December 7, 2022
टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता चानू ने मंगलवार रात अपने भारवर्ग में स्नैच में 87 किग्रा जबकि क्लीन एवं जर्क में 113 किग्रा वजन उठाया। वहीं चीन की जियांग हुइहुआ ने कुल 206 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने स्नैच में 93 जबकि क्लीन एवं जर्क में 113 किग्रा वजन उठाया।
उनकी हमवतन झीहुआ ने कुल 198 किग्रा (89 और 109 किग्रा) वजन उठाकर कांस्य पदक जीता। वर्ष 2017 में स्वर्ण पदक जीतने वाली मणिपुर की भारोत्तोलक का प्रतियोगिता में यह दूसरा पदक है।
चानू ने पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘पांच साल बाद विश्व चैंपियनशिप में एक और पदक जीतकर स्वदेश लौटना मेरे लिए भावनात्मक रूप से गौरवपूर्ण लम्हा है। विश्व चैंपियनशिप में हमेशा कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है क्योंकि सर्वश्रेष्ठ ओलंपियन शीर्ष स्तर पर चुनौती पेश करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी कलाई में दर्द था लेकिन मैं हमेशा देश के लिए पूरी जान लगाने के लिए तैयार रहती हूं। उम्मीद करती हूं कि मैं एशियाई खेलों और पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक के साथ भारत को ऐसे और लम्हें दूंगी।’’
चानू की कलाई में सितंबर में ट्रेनिंग सत्र के दौरान चोट लगी थी। उन्होंने चोट के बावजूद अक्टूबर में राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लिया था। भारत के मुख्य कोच विजय शर्मा ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम चोट को लेकर अधिक कुछ नहीं कर सकते थे क्योंकि हम विश्व चैंपियनशिप से बाहर नहीं होना चाहते थे।
अब हम उसकी कलाई पर ध्यान देंगे क्योंकि अगली प्रतियोगिता से पहले हमारे पास काफी समय है। हम इस प्रतियोगिता के लिए कोई दबाव नहीं ले रहे थे। मीरा इतना वजन नियमित तौर पर उठाती है। अब हम वजन बढ़ाना और सुधार करना शुरू करेंगे।’’
भारत के चार और भारोत्तोलक एस बिंदिया रानी देवी (59 किग्रा), सी ऋषिकांत सिंह (61 किग्रा), अचिंता श्युली (73 किग्रा) और गुरदीप सिंह (+109 किग्रा) भी विश्व चैंपियनशिप में चुनौती पेश कर रहे हैं। विश्व चैंपियनशिप 2022 पेरिस ओलंपिक 2024 की पहली क्वालीफाइंग प्रतियोगिता है।
गौरतलब है कि पेरिस में भारोत्तोलक की सिर्फ 10 स्पर्धाएं होंगी जबकि टोक्यो खेलों में 14 स्पर्धाएं थी। ओलंपिक 2024 क्वालीफिकेशन नियम के अनुसार भारोत्तोलक के लिए 2023 विश्व चैंपियनशिप और 2024 विश्व कप में हिस्सा लेना अनिवार्य है।
इसके अलावा भारोत्तोलक को 2022 विश्व चैंपियनशिप, 2023 महाद्वीपीय चैंपियनशिप, 2023 ग्रां प्री एक, 2023 ग्रां प्री दो और 2024 महाद्वीपीय चैंपियनशिप में से तीन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना होगा। क्वालीफाइंग प्रतियोगिता में भारोत्तोलक के तीन र्स्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर अंतिम आकलन होगा।