भारत (India) में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है जिसके पहले चरण में सफलता पूर्वक हेल्फ वर्कर्स को टीका लगाया जा चुका है। दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वॉरियर्स को टीका लगाया जा रहा है और तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को टीका लगाया जाएगा।
A total of 20,40,23,840 samples tested for #COVID19 up to 10th February. Of these, 6,99,185 samples were tested yesterday: Indian Council of Medical Research (ICMR) pic.twitter.com/YINowhpf5e
— ANI (@ANI) February 11, 2021
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि कोविड -19 वैक्सीन (Vaccine) पाने वाले व्यक्तियों में भारत की मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है।
अब तक टीकाकरण के बाद केवल 23 लोगों की मौत दर्ज की गई है, कुल टीकाकरण से होने वाली मौतों का प्रतिशत 0.0003% है, 23 मौतों में से नौ लोगों की अस्पताल में मौत हो गई, जबकि 14 की मौत अस्पताल के बाहर दर्ज है।
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी मौत को कोविड -19 टीकाकरण से नहीं जोड़ा गया है, इस तथ्य पर प्रकाश डाला गया है कि भारत में उपयोग के लिए स्वीकृत दोनों टीके सर्वोच्च रूप से सुरक्षित हैं।
नीती आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, “इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि दोनों टीके बहुत सुरक्षित हैं। प्रतिकूल प्रतिक्रिया बहुत कम है जो 14 में से एक के रूप में दिखते हैं, जो कि तुलना में कम है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार तक लगभग 2,00,000 लाभार्थियों को टीकाकरण के साथ 60.8 लाख हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया है।