डीडीए की जमीनों पर टेंट माफियाओं का कब्जा

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नई दिल्ली : बैंड, बाजा, बारात….लेकिन कहां? शादियों के इस सीजन में दिल्लीवालों के लिए कार्यक्रम करने की जगह तलाशना आसान नहीं है। महंगे फार्महाउस जिनके बजट से बाहर हैं वे लोग डीडीए की जमीन का रुख करते हैं, लेकिन पाते हैं कि राहत यहां भी नहीं है। डीडीए की जमीन पर टेंट माफियाओं का ऐसा कब्जा है कि जो जमीन 2 लाख तक में बुक हो सकती है, उसके लिए लोगों को 20-25 लाख तक खर्च करने पड़ते हैं। दिल्ली में डीडीए के कुल 364 खुले ग्राउंड, 27 पार्क और 58 कम्यूनिटी सेंटर हैं। इनमें से ज्यादातर पर करीब 20 सालों से टेंट माफियाओं का कब्जा है। डीडीए भी इन्हें खाली करा पाने में असमर्थ है। ऐसी जगहों पर टेंटवालों ने शामियाने लगा लिए हैं और उनके बदले में लोगों से मोटी फीस ऐंठ लेते हैं। ये शामियाने शादी के पूरे सीजन में ऐसे ही फिक्स रहते हैं। दिल्ली में रोहिणी, पीतमपुरा, हरि नगर, नेताजी सुभाष पैलेस, शाहदरा आदि में ऐसी जगह हैं। टेंटवाले कैटरिंग की सुविधा भी नहीं देते और उसके अलग पैसे देने होते हैं। इन जगहों की बुकिंग कीमत डीडीए की साइट पर 1.44 लाख तक होगी, लेकिन टेंटवालों की मनमानी की वजह से टोटल खर्च 20 से 25 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। छोटी जगह जिनका किराया 50 से 60 हजार है, उसके लिए 3 लाख रुपये तक देने पड़ते हैं।

सुरक्षा भी पुख्ता नहीं
जगह-जगह मौजूद ये पंडाल सुरक्षा के लिहाज से भी ठीक नहीं हैं। इनमें प्लाइवुड, थर्माकोल, प्लास्टिक आदि का इस्तेमाल होता है जो आग आदि की स्थिति में बेहद खतरनाक हैं। ऐसा ही एक हादसा नेताजी सुभाष पैलेस के एक पंडाल में इसी साल अप्रैल में हुआ था। हादसा कार्यक्रम खत्म होने के बाद हुआ था, इसलिए ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।डीडीए के वाइस चेयरमैन तरुण कपूर ने इसे बड़ी समस्या माना। उन्होंने कहा कि टेंटवाले ऐक्शन के बावजूद लौट आते हैं और अलग-अलग नाम से बुकिंग करते हैं। ये लोग धार्मिक कार्यक्रम की बात कहकर लंबे वक्त के लिए टेंट को बुक कर लेते हैं, लेकिन फिर उसमें शादियां करवाते हैं। कपूर ने माना कि ऐसा लोकल अधिकारी की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।

हर शादी के बाद कैसे हटाएं इतने बड़े टेंट
जब एक टेंटवाले से इसबारे में बात की गई तो उसने अपनी परेशानी बताई। शख्स का कहना था कि इतना बड़ा टेंट और बाकी इंतजाम करने में करीब एक हफ्ता लग जाता है। ऐसे में हर शादी के बाद टेंट लगाना और हटाना मुमकिन नहीं है।

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