नई दिल्ली : दिल्ली (Delhi) में कोरोना (corona) वायरस (virus) संक्रमितों की संख्या एक लाख के करीब पहुंच गई है। इस बीच रविवार का दिन कोरोना (corona) के खिलाफ जंग में दिल्ली (Delhi) वासियों के लिए बेहद अहम रहा।
यहां एक तरफ 10 हजार बेड वाले दुनिया के सबसे बड़े कोविड (covid) केयर सेंटर का उद्घाटन किया गया तो आज ही डीआरडीओ ने भी 1000 बेड वाले कोविड (covid) अस्पताल की शुरुआत कर दी है, जिसे महज 12 दिनों में तैयार किया गया है।
Union Home Minister Amit Shah and Defence Minister Rajnath Singh visit DRDO-built Sardar Vallabh Bhai Patel COVID19 Hospital in Delhi Cantonment. Health Minister Dr Harsh Vardhan, Delhi CM Arvind Kejriwal and DRDO Chairman G Satheesh Reddy also present pic.twitter.com/lYLoqltSMw
— ANI (@ANI) July 5, 2020
दिल्ली (Delhi) के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने 10,000 बिस्तर वाले सरदार पटेल कोविड (covid) देखभाल केंद्र का रविवार को उद्घाटन किया जो दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर है।
इसे छतरपुर में राधा स्वामी सत्संग व्यास में बनाया गया है। यह केंद्र मामूली या बिना लक्षण वाले कोरोना (corona) वायरस (virus) मरीजों के लिए है। यह बिना लक्षण वाले उन संक्रमित लोगों के लिए उपचार केंद्र है जिनके घर पर पृथक रहने की व्यवस्था नहीं है।
यह केंद्र 1,700 फुट लंबा और 700 फुट चौड़ा है। इसका आकार फुटबॉल के करीब 20 मैदानों जितना है। इसमें 200 ऐसे परिसर हैं जिनमें प्रत्येक में 50 बिस्तर हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह दुनिया में इस तरह का सबसे बड़ा केंद्र है।
इस केंद्र के संचालन के लिए नोडल एजेंसी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) होगी जबकि दिल्ली (Delhi) सरकार (Goverment) प्रशासनिक मदद दे रही है। राधा स्वामी सत्संग व्यास के स्वयंसेवक केंद्र के संचालन में सहायता देंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ (Rajnath) सिंह (singh) ने कोविड-19 (Covid-19) के मरीजों के इलाज के लिए नव-निर्मित 1,000 बिस्तर के अस्थायी अस्पताल का रविवार को दौरा किया।
इस अस्पताल के आईसीयू में 250 बिस्तर हैं। यह अस्पताल इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निकट रक्षा मंत्रालय की जमीन पर महज 11 दिन के भीतर बनाया गया है।
रक्षामंत्री राजनाथ (Rajnath) सिंह (singh) ने कहा, ”डीआरडीओ,(DRDO) गृह मंत्रालय, टाटा संस इंडस्ट्रीज ने कई संगठनों के सहयोग से 1000 बेड वाला यह अस्थायी अस्पताल कोविड-19 मरीजों के लिए महज 12 दिनों में तैयार किया है। डब्ल्यूएचओ (WHO) गाइडलाइंस के अनुसार यहां 250 आईसीयू यूनिट भी उपलब्ध हैं।”