नई दिल्ली: हवा की रफ्तार कम होने और तापमान में गिरावट होने से दिल्ली की हवा अगले तीन दिन तक खराब श्रेणी में रहने की संभावना है। सफर का अनुमान है कि 15 जनवरी से हवा की रफ्तार बढ़ेगी, जिससे प्रदूषण के स्तर में गिरावट आएगी।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते राजधानी दिल्ली की हवा पिछले तीन दिनों के दौरान अपेक्षाकृत साफ-सुथरी रही। लेकिन अब हवा में फिर से प्रदूषक कणों की मात्रा बढ़ गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक मंगलवार के दिन दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 224 अंक रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है।
एक दिन पहले सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 151 अंक था। इस तरह चौबीस घंटे के भीतर 73 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई। सीपीसीबी के मुताबिक मंगलवार शाम पांच बजे दिल्ली की हवा में प्रदूषक कण पीएम-10 का स्तर 143 और पीएम-2.5 का स्तर 88 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा।
सफर का अनुमान है कि हवा की गति कम रहने और तापमान में गिरावट के चलते अगले तीन दिनों के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में रहेगा। वहीं 15 जनवरी से हवा की रफ्तार में फिर से बढ़ोतरी की संभावना है, जिसके बाद वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।