राजधानी में सुबह 9:30 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 304 दर्ज किया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। सोमवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 261 रहा, जो फरवरी के बाद से सबसे खराब है।
Delhi: Air quality in the national capital deteriorates. Visuals from different parts of the capital, earlier today.
“I’m experiencing breathing issues. We are accustomed to it, as it happens every year. The government should put strenuous effort in curbing it,” says a commuter. pic.twitter.com/7Nl3kIMleF
— ANI (@ANI) October 13, 2020
यह औसत रविवार को 216 और शनिवार को 221 दर्ज किया गया था। दिल्ली (Delhi) के वजीरपुर में एक्यूआई 380, विवेक विहार में 355 और जहाँगीरपुरी में 349 रही, जहां सबसे अधिक प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया।
दिल्ली (Delhi) प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि हवा की गुणवत्ता में गिरावट का कारण हवा की कम गति और कम तापमान हो सकता है।
जिसके चलते हवा में प्रदूषक जमा होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में भी पराली जलाने की घटना बढ़ गई हैं। इसके अलावा, वेंटिलेशन इंडेक्स कम है।
वेंटिलेशन इंडेक्स वह गति है जिस पर प्रदूषक पदार्थ फैल सकते हैं। हवा की 10 किमी प्रति घंटे से कम की औसत गति के साथ 6000 वर्गमीटर प्रति सेकेंड से कम का वेंटिलेशन इंडेक्स प्रदूषकों के बिखरने के लिए प्रतिकूल होता है।
सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में पीएम10 का स्तर सुबह नौ बजे 300 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। भारत में 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से नीचे पीएम10 का स्तर सुरक्षित माना जाता है।
पीएम10, 10 माइक्रोमीटर के व्यास वाला सूक्ष्म अभिकण होता है, जो सांस के जरिये फेफड़ों में चले जाते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होता है। ये अभिकण धूल-कण इत्यादि के रूप में होते हैं।
वायु प्रदूषण बढ़ने से और बढ़ सकती है कोविड-19 महामारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह हवा की अधिकतम गति 4 किलोमीटर प्रति घंटा थी। कम तापमान और स्थिर हवाएं वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने के साथ जमीन के करीब प्रदूषकों के संचय में मदद करती हैं।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने से कोविड-19 महामारी और बढ़ सकती है। वायु प्रदूषण दिल्ली के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है।