भारत (india) और चीन (china) के बीच पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध का हल निकालने के लिए दोनों देशों के बीच ब्रिगेडियर और कर्नल स्तर की बातचीत चल रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सेना के सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है।
इसके अलावा यह भी बताया गया है कि अधिकतर स्थानों पर सैनिकों की संख्या सीमित है। बता दें कि एक दिन पहले ही रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है था कि भी विवाद पैदा हुआ है, उसपर इस समय सैन्य लेवल पर बात जारी है।
India and China holding Brigadier and Colonel-level talks to resolve the ongoing stand-off in Eastern Ladakh at Galwan River area and Hot Springs. There has been limited disengagement of troops at more locations: Indian Army sources pic.twitter.com/FVM9nMQbMp
— ANI (@ANI) June 15, 2020
चीन (china) ने भी इच्छा व्यक्त की है कि बातचीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाना चाहिए। हमारी कोशिश भी यही है कि सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाए। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं विपक्ष को बताना चाहता हूं कि हमारी सरकार किसी को भी इस मामले में अंधेरे में नहीं रखेगी।’
चीन (china) के साथ एलएसी पर जारी विवाद के बीच भारत ने सड़क निर्माण का कार्य जारी रखा है। बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक 255 किलोमीटर लंबे इस सड़क का निर्माण संपन्न कर लिया जाएगा।
आपको बता दें कि दारबुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी सड़क में कुल आठ पुल बनने हैं। इस सड़क के बन जाने से लेह और दौलत बेग ओल्डी के बीच की दूरी महज छह घंटे में पूरी हो सकती है।
सरकार के सूत्र ने बाताया, ‘आठ पुल सहित इस सड़क का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा कर लेने के लिए प्लाना बनाया जा रहा है। इसके लिए लेह में आठ जगहों पर झारखंड से मजदूर पहुंच चुके हैं। उनकी सही तरीके से स्क्रीनिंग की गई है।
उन्होंने बताया कि पहाड़ी इलाकों में काम करने के लिए झारखंड के मजदूरों को दिक्कतें नहीं होती हैं। वह आसानी से इस माहौल में ढल जाते हैं।