नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) का प्रदूषण लोगों के लिए किस तरह की समस्याएं पैदा कर रहा है, ये शायद बताने की जरूरत नहीं है। दिल्ली (Delhi) के लगातार बढ़ते प्रदूषण से दिल्ली (Delhi) वासी काफी परेशान हैं। हालांकि दिल्ली (Delhi) के वायु की गुणवत्ता में पिछले कुछ दिनों में सुधार दर्ज किया गया था।
13 फरवरी को दर्ज आंकड़ों के अनुसार लंबे समय के बाद, दिल्ली (Delhi) दुनिया की 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट से बाहर थी। जिसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद (Arvind) केजरीवाल (Kejriwal) ने दिल्ली वालों के सतत प्रयासों की तारीफ के बहाने अपनी पीठ भी थपथपाई थी। लेकिन उसके बाद दो दिनों के अंदर ही दिल्ली एक बार फिर से दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गई और वो भी दूसरे नंबर पर है।
जनवरी के आखिरी दिनों में 10 प्रदूषित शहरों से हुई थी बाहर
ताजा आंकड़ों के अनुसार दिल्ली (Delhi) में हवा लगातार खराब होती जा रही है। गुरुवार की शाम 6 बजे राजधानी दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर पहुंच गई। इस लिस्ट में दिल्ली के बाद कोलकाता और मुंबई रहे।
13 फरवरी को दिल्ली (Delhi) आखिरी वार टॉप 10 प्रदूषित शहरों की लिस्ट से बाहर रही थी। जिसकी वजह जनवरी के आखिरी दिनों में हुई बारिश थी। बारिश के बाद फरवरी की तेज हवाओं ने भी राजधानी में प्रदूषण को कम किया। लेकिन, अब दिल्ली (Delhi) में एक बार फिर प्रदूषण में इजाफा हो रहा है।
मॉनसून में सबसे कम होता है प्रदूषण
सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) के एनैलिस्ट सुनील दहिया ने बताया कि बारिश और तेज हवाओं से राजधानी के प्रदूषण में कमी आती है। इसी वजह से मॉनसून में राजधानी दिल्ली सबसे कम प्रदूषित होती है। सर्दियों में बारिश राहत लेकर आती है।
इस बार सिर्फ एक बार बारिश हुई, लेकिन हवाओं ने इस कमी को पूरा कर दिया है. पूरे सीजन में हवाएं चली हैं। प्रदूषण से निपटने को लेकर राजधानी में काम हुआ है, इस वजह से कमी आ रही है, लेकिन अभी भी प्रदूषण तय मानकों से कहीं अधिक है। जिसे काम करना जरूरी है।