तुर्किये (Turkey) और सीरिया (Turkey Earthquake) में लोग सोमवार सुबह नींद से उठे भी नहीं थे कि प्राकृतिक आपदा ने उन्हें आ घेरा। रिक्टर पैमाने पर 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप से दोनों देश दहल उठे। यहीं नहीं, इसके कुछ ही घंटों भीतर 7.6 और 6.0 तीव्रता के दो और भूकंप भी आए।
इस आपदा में 3700 से ज्यादा मौतें हो गईं जबकि 10 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। तुर्किये में 2,316 और सीरिया में 1999 से अधिक लोग मारे गए हैं। भूकंप से सैकड़ों इमारतें ढह गईं। लोग बचने के लिए बर्फीली सड़कों पर जमा हो गए।
Death toll from earthquakes in Turkey and Syria surpasses 3800, over 15,000 people injured
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— ANI Digital (@ani_digital) February 7, 2023
दक्षिणी तुर्किये और उत्तरी सीरिया में सबसे ज्यादा तबाही हुई। राहत और बचाव कार्य जारी हैं। हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचावकर्मी अभी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं।
काफी लोग अभी भी मलबे में दबे हैं। यहां ये भी बता दें कि इससे पहले तुर्किये में वर्ष 1939 में 7.8 की तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसमें 32 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे।
सुबह आए भूंकप का मुख्य केंद्र तुर्किये के गजियांटेप प्रांत में नूरदगी से 23 किलोमीटर दूर पूर्व में रहा। इस भयानक प्राकृतिक आपदा आने के बाद तुर्की में 7 दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। तुर्की की अनादोलु समाचार एजेंसी ने राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के हवाले से बताया कि तुर्की और विदेशी अभ्यावेदनों में 12 फरवरी की सूर्यास्त तक देश का झंडा आधा झुका रहेगा।
तुर्किये में मची तबाही के कई वीडियो हो रहे वायरल
करीब एक मिनट तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। स्थिति की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भूकंप के केंद्र से साढ़े पांच हजार किलोमीटर दूर ग्रीनलैंड तक झटके महसूस किए गए। लेबनान में लोगों ने करीब 40 सेकंड तक कंपन महसूस किया और राजधानी बेरूत में लोग घरों से बाहर खुले में निकल आए।
इस बीच तुर्किये में मची तबाही के कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। इसमें ऊंची-ऊंची इमारतों को जमींदोज होते हुए दिखाया गया है। लोग बदहवास हालत में इधर-उधर अपनों की तलाशते नजर आ रहे हैं। कई लोग सड़कों से गुजरते हुए वीडियो के जरिये तबाही का मंजर दिखा रहे हैं।