नई दिल्ली: भारतीय (Indian) सेना (Army) की बड़ी ताकत कहलाने वाले चिनूक (Chinook) हेलिकॉप्टर्स (helicopters) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अमेरिकी सेना ने अपने बेड़े में शामिल सभी चिनूक हेलिकॉप्टर्स को ग्राउंडेड करने का फैसला किया है।
IAF seeks details from Boeing on grounding of US Army’s Chinook chopper fleet
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— ANI Digital (@ani_digital) August 31, 2022
यानी फिलहाल सेना के किसी भी ऑपरेशन या ट्रेनिंग में इन हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल नहीं होगा। बताया गया है कि चिनूक (Chinook) हेलिकॉप्टर्स में आग लगने के खतरे के चलते ये फैसला लिया गया। इसके बाद अब भारत की तरफ से भी इसे लेकर निर्माता कंपनी (Boeing) से जवाब मांगा गया है।
दरअसल अमेरिका की बड़ी कंपनी बोइंग ने सेना के लिए ये खास हेलिकॉप्टर्स तैयार किए हैं। मार्च 2019 में भारतीय सेना ने भी इनका इस्तेमाल शुरू किया। एयरफोर्स ने 15 चिनूक हेलिकॉप्टर अपने बेड़े में शामिल किए थे। जिनका इस्तेमाल सेना लगातार करती आई है।
क्यों बंद की गई चिनूक की उड़ान
अमेरिका में फिलहाल CH-47 चिनूक हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसके पीछे इसके इंजन में खराबी को बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चिनून हेलिकॉप्टर्स के इंजन में आग लगने का खतरा है, जिसे देखते हुए अमेरिकी वायुसेना और सेना की तरफ से इसका इस्तेमाल बंद करने का फैसला लिया गया।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल में अमेरिकी सेना के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि कुछ चिनूक हेलिकॉप्टर्स के इंजन में आग लगने की घटनाएं सामने आई थीं, हालांकि इस दौरान कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ।
भारतीय वायुसेना ने बोइंग से मांगा जवाब
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि, अमेरिका में चिनूक हेलिकॉप्टर्स के सभी ऑपरेशंस रोकने के बाद बोइंग से इसे लेकर जवाब मांगा गया है। फिलहाल भारतीय वायुसेना में चिनूक हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल जारी है, बोइंग की तरफ से जानकारी मिलने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि चिनूक हेलिकॉप्टर्स की तैनाती फिलहाल दो जगहों पर है। इसका आधा बेड़ा चंडीगढ़ में है, वहीं कुछ हेलीकॉप्टर असम एयरबेस पर भी तैनात किए गए हैं। इनका इस्तेमाल सेना के भारी सामान या हथियारों को एयरलिफ्ट करने के लिए किया जाता है।