चार पीढ़ियों और सात दशकों से अधिक समय से चल रहे इस ढाबे, काके दी हट्टी ने एक लम्बा समय तय किया है। पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में एक छोटी सी दुकान के रूप में, जिसके मेन्यू में सिर्फ तीन प्रकार के खाने थे, अब वह पुरानी दिल्ली की सड़कों पर एक ‘मॉडर्न ढाबे’ के नाम से जाना जाता है । इस रेस्ट्रॉन्ट की अभी तक 3 आउटलेट्स खुल चुके हैं, चांदनी चौक, विजय नगर और नेताजी सुभाष प्लेस, पीतमपुरा में।
यह रेस्ट्रॉन्ट अपने विशाल नान के लिए जाना जाता है, जो की 16 इंच बड़ा और आधा किलो वज़न का है। यहाँ 32 प्रकार के नान मिलते हैं। काके दी हट्टी अब एक ऐसा ब्रांड बन चुका है जिसकी फ्रेंचाइज़ी हर कोई लेना चाहता है।
काके दी हट्टी के यहां विशाल नान खाने के लिए लोग बहुत दूर-दूर से भी आते हैं और यहां का तिकोना बटर नान ही कारण है कि यह ढाबा इतने सालों से आज तक लोगों का पसंदीदा बना हुआ है। पहले यह ढाबा सिर्फ ग्राउंड फ्लोर पर ही स्थित थी लेकिन अब इसमें एक ओर फ्लोर जुड़ गया है।