UNGA में 30 मिनट ज्यादा बोले इमरान, आधे समय तक गाते रहे कश्मीर का राग

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संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले संबोधन के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 50 मिनट का समय लिया जो 15 से 20 मिनट की तय समय-सीमा से काफी ज्यादा था। नेताओं से उम्मीद की जाती है कि संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सबसे व्यस्त समय में वे राष्ट्रीय बयान देते वक्त 15 से 20 मिनट से ज्यादा समय नहीं लेंगे।

संयुक्त राष्ट्र महासभा सभागार के मंच से करीब 50 मिनट तक दिए भाषण में खान ने परमाणु युद्ध का राग अलापते हुए आधा समय कश्मीर और भारत पर बोला। महासभा को संबोधित करने वाले नेताओं के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नंबर चौथा था और उन्होंने करीब 16 मिनट तक बोला जिसमें उन्होंने भारत के विकास एजेंडा और अन्य महत्त्वकांक्षी कार्यक्रमों पर संक्षेप में बोला।

इमरान ने (UNGA) यूएनजीए के मंच से फिर अलापा कश्मीर राग
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में अपने संबोधन के दौरान एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कफ्यूर् हटने के बाद वहां काफी खून-खराबा होगा। इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपने संबोधन में दुनिया को शांति का संदेश दिया।

इमरान ने परमाणु युद्ध की धमकी देते हुए कहा, “मैं सोचता हूं कि मैं कश्मीर में होता और 55 दिनों से बंद होता, तो मैं भी बंदूक उठा लेता। आप ऐसा करके लोगों को कट्टर बना रहे हैं। मैं फिर कहना चाहता हूं कि यह बहुत मुश्किल समय है। इससे पहले कि परमाणु युद्ध हो, संयुक्त राष्ट्र की कुछ करने की जिम्मेदारी है। हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं। अगर दो देशों के बीच युद्ध हुआ तो कुछ भी हो सकता है।”

उन्होंने कहा, “कश्मीर में लोगों को जानवरों की तरह क्यों बंद कर दिया गया है। वे इंसान हैं। कफ्यूर् उठ जाएगा तो क्या होगा। तब मोदी क्या करेंगे। उन्हें लगता है कि कश्मीर के लोग इस स्थिति को स्वीकार कर लेंगे? कफ्यूर् उठने के बाद कश्मीर में खून की नदियां बहेंगी, लोग बाहर आएंगे। क्या मोदी ने सोचा कि तब क्या होगा?”

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में अपने संबोधन के दौरान भारत पर निशाना साधने और कश्मीर का राग अलापने में इतने मशगूल हो गए कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘प्रेसीडेंट मोदी’ बता दिया. इसे लेकर ट्विटर पर उनकी काफी खिल्ली उड़ाई जा रही है. एक यूजर ने ट्वीट किया, “इमरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इतने डरे हुए हैं कि उन्होंने मोदी को भारत का प्रेसीडेंट बना दिया.” एक अन्य ने लिखा, “मोदी अब भारत के नए राष्ट्रपति हैं.” उल्लेखनीय है कि खान ने अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दे को उठाया और भारत पर निशाना साधा. इसके उलट प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और शांति का संदेश दिया.

संयुक्त राष्ट्र में एक तरफ पीएम मोदी ने अपनी सरकार की तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया, तो दूसरी तरफ आतंकवाद पर भी प्रहार करते हुए पूरी दुनिया को इससे निपटने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी आवाज में आतंक के खिलाफ दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता भी है और आक्रोश भी. हम मानते हैं कि ये किसी एक देश की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की और मानवता की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है. आतंक के नाम पर बटी हुई दुनिया, उन सिद्धांतों को ठेस पहुंचाती है, जिनके आधार पर UN का जन्म हुआ है. इसलिए भारत मानवता की खातिर आतंक के खिलाफ पूरे विश्व का एकमत होना, एकजुट होना अनिवार्य समझता है.

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