गलवान घाटी संघर्ष पर चीनी (China) विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीनी पक्ष से, हम भारत (India) के साथ और अधिक झड़पों को नहीं देखना चाहते हैं।
गलवान घाटी क्षेत्र की संप्रभुता हमेशा चीन (China) से संबंधित रही है। सीमा से जुड़े मुद्दों और हमारी कमांडर स्तर की वार्ता की सर्वसम्मति के बाद भी भारतीय सैनिकों ने हमारी सीमा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है।
हम भारत (India) से अपने सीमावर्ती सैनिकों को सख्ती से अनुशासित करने, उल्लंघन और उत्तेजक गतिविधि को रोकने के लिए बातचीत के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने के लिए कहते रहे हैं।
From the Chinese side, we do not wish to see more clashes: Zhao Lijian, Chinese Foreign Ministry Spokesperson on #GalwanValley clash pic.twitter.com/SEQWGUvg6W
— ANI (@ANI) June 17, 2020
हम राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से संचार कर रहे हैं। इसका सही और गलत होना बहुत स्पष्ट है । यह घटना एलएसी के चीनी पक्ष में हुई और इसके लिए चीन को दोष नहीं दिया जाए।
15 जून की रात को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की इस अप्रत्याशित कार्रवाई हुई। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि 16 जून को दोनों ओर से सैनिकों द्वारा कोई गोलीबारी नहीं की गई, दरअसल सैनिकों के बीच पथराव हुआ। डंडों से एक-दूसरे पर हमला किया गया।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर ताजा घटनाक्रम के बाद एक चीनी सैन्य प्रवक्ता ने मंगलवार (16 जून) को भारतीय सैनिकों से अपील करते हुए कहा कि वे सीमा पर चीनी सैनिकों के खिलाफ सभी भड़काऊ कार्रवाइयों को तुरंत रोके और बातचीत के माध्यम से विवादों को सुलझाने के सही रास्ते पर वापस आए।
पीएलए ने कहा, “भारतीय सैनिकों ने एक बार फिर गलवान घाटी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार किया और जानबूझकर उकसाने वाले हमले किए, जिससे गंभीर संघर्ष हुआ और सैनिक हताहत हुए।”