वन्य जीवों के संरक्षण के उपायों का असर 4 साल में 750 बाघ बढ़े

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केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘4 साल में 750 बाघ देश में बढ़े’

राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री ने दिया जवाब, देश में टाइगर की संख्या अब 28976 तक पहुंच गई

नई दिल्ली: बाघों के संरक्षण के लिए किए उपायों का असर अब दिखने लगा है और देश में बाढ़ों की संख्या में वृद्धि हुई है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में कहा कि बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है। बाघ संरक्षण अभियान के बारे में राज्यसभा में बताया कि पिछले चार साल के दौरान देश में 750 बाघों का इजाफा हुआ है। प्रश्नकाल में एक सवाल के जवाब में बताया कि देश में अब बाघों की संख्या बढ़कर 2976 हो गयी है।

राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री ने दिया जवाब

वन्य जीवों की वायरस की वजह से मौत से जुड़े एक पूरक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि शेर, हाथी और गैंडा भारत की विशिष्ट संपदा हैं। अगर किसी जानवर की वायरस के कारण मौत का मामला हमारे सामने आता है तो इसकी तुरंत जांच की जाती है। पूर्वोत्तर राज्यों में वन क्षेत्र में गिरावट से जुड़े पूरक प्रश्न के जवाब में जावड़ेकर ने कहा कि इन राज्यों में झूम खेती होती है। इस विशेष प्रकार की खेती हरित क्षेत्र में गिरावट की वजह हो सकती है। हालांकि, इन राज्यों में 75 प्रतिशत से अधिक वनक्षेत्र बरकरार है। झूम खेती में बड़े पेड़ों को काटकर जमीन साफ करके खेती की जाती है।

अगले महीने हरित क्षेत्र के आंकड़े होंगे पेश

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने बताया कि अगले महीने देश के हरित क्षेत्र के ताजा आंकड़े प्रकाशित किये जाएंगे। 2007 से 2017 के दौरान देश के वनक्षेत्र में 17,374 वर्ग किमी का इजाफा हुआ था। इसमें 2015 से 2017 के दौरान 6,788 वर्ग किमी की वृद्धि हुई थी। देश का कुल वन क्षेत्र 7.08 लाख वर्ग किमी है जो कि कुल क्षेत्रफल का 21.54 प्रतिशत है।

वन क्षेत्र बढ़ने के लिहाज से पश्चिम बंगाल अव्वल

जिन 3 राज्यों का वन क्षेत्र सबसे अधिक बढ़ा है उसमें पश्चिम बंगाल पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर अविभाजित आंध्र प्रदेश जिसमें तेलंगाना राज्य भी शामिल है और तीसरे स्थान पर केरल है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा स्थिति में देश का संपूर्ण वन क्षेत्र 7.08 लाख स्क्वॉयर फीट है और जो कुल भौगोलिक क्षेत्र का का 21.54% तक है।

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