NRC पर किसी के उकसावे में न आये जनता: ममता बैनर्जी

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  • मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- सिर्फ हम पर विश्वास करें, हम आपके साथ बराबरी से खड़े हैं

  • अमित शाह:NRC में ऐसा कोई प्रावधान नहीं, जिससे किसी धर्म विशेष को इससे बाहर रखा जाए

  • 2016 इसी साल 8 जनवरी को लोकसभा से पास किया गया था 

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी (NRC) को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा। ममता ने लोगों से कहा, ‘‘कुछ लोग हैं, जो एनआरसी के नाम पर आपको उकसाते हैं। ऐसे किसी भी नेता पर आप विश्वास न करें। सिर्फ हम पर विश्वास करें। हम इस जमीन के लिए लड़ रहे हैं। आपके साथ बराबरी से खड़े हैं।’’

शाह ने राज्यसभा में कहा था कि एनआरसी में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिसके तहत किसी धर्म विशेष को इससे बाहर रखा जाए। देश के सभी नागरिक, भले ही उनका धर्म कोई भी हो.. इसमें शामिल किए जाएंगे। शाह ने कहा था कि एनआरसी नागरिकता संशोधन बिल से अलग है। ‘नागरिकता संशोधन बिल गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए’ गृहमंत्री ने कहा था- नागरिकता संशोधन बिल की आवश्यकता इसलिए है ताकि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से धर्म के आधार पर बहिष्कृत किए गए हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, क्रिश्चियन, पारसी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल सके। नागरिकता संशोधन बिल 2016 इसी साल 8 जनवरी को लोकसभा से पास किया गया था। इसका मकसद 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आए गैर-मुस्लिम लोगों को भारतीय नागरिकता देना है।

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