नई दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार शाम बड़ी हिंसा हुई। लाठी-डंडे, हॉकी स्टिक से लैस नकाबपोश हमलावरों ने यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स और टीचरों को बेरहमी से पीटा। इसमें 25 से ज्यादा छात्र-टीचर घायल हो गए। मामले में फिलहाल दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कोई कार्रवाई नहीं की है। एफआईआर (FIR) दर्ज करने की बात कही जा रही है। लेकिन लोगों के मन में कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब मिलना जरूरी है।
Students of Aligarh Muslim University (AMU) hold candlelight protest against the violence in Jawaharlal Nehru University yesterday. pic.twitter.com/HraMX5Z79E
— ANI UP (@ANINewsUP) January 5, 2020
4 बजे से पीसीआर कॉल होने के बाद भी ऐक्शन नहीं?
पुलिस के मुताबिक जेएनयू से शाम 4 बजे से ही पीसीआर कॉल्स आनी शुरू हो गई थीं। पुलिस को 90 से ज्यादा पीसीआर कॉल्स की गईं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस पहले ऐक्शन में आ जाती घटना को कंट्रोल किया जा सकता था।
AIIMS Trauma Centre official: 18 people from Jawaharlal Nehru University (#JNU) have come to AIIMS Trauma Centre with complaints of bleeding in head, abrasions among others. Investigations are underway #Delhi https://t.co/FJQtQuQ1eo pic.twitter.com/BMhz09lXpl
— ANI (@ANI) January 5, 2020