नई दिल्ली : दिल्ली (Delhi) में भड़के सांप्रदायिक दंगों के करीब एक हफ्ते बाद स्थिति शांत पर तनावपूर्ण बनी हुई है। इन इलाकों में भारी पुलिस (Police) बल की तैनाती जारी है। वहीं दंगों में मरने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
सोमवार को दिल्ली (Delhi) दंगों में मरने वाले लोगों की संख्या 46 तक पहुंच गई है जिसमें 38 की मौत गुरुतेग (GuruTeg) बहादुर (Bahadur) अस्पताल और तीन की लोक नायक अस्पताल, एक जगप्रवेश और चार की डॉक्टर राममनोहर लोहिया अस्पताल में हुई है। रविवार को गोकलपुरी (Gokalpuri) और शिव विहार (Shiva Vihar) इलाके के नाले से चार और शव बरामद किए गए थे। हालांकि पुलिस (Police) के अनुसार यह स्पष्ट नहीं कि शवों का संबंध दंगों से है या नहीं।
Delhi: Death toll rises to 46 now; (38 at Guru Teg Bahadur Hospital, 3 at Lok Nayak Hospital, 1 at Jag Parvesh Chander Hospital & 4 at Dr. Ram Manohar Lohia Hospital) in North East Delhi violence. pic.twitter.com/XWvboAduLM
— ANI (@ANI) March 2, 2020
उत्तर पूर्व (North-east) दिल्ली (Delhi) के कुछ इलाकों में लोगों ने नकदी संकट की शिकायत की है क्योंकि दंगों के बाद से इलाके बैंक और एटीएम बंद पड़े हैं। दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) ने बताया कि उसने मामले में अब तक 254 प्राथमिकी दर्ज की है और 903 लोगों को हिरासत में लिया है या गिरफ्तार किया है। शस्त्र कानून के तहत 41 मामले दर्ज किए गए हैं।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में स्कूल सात मार्च तक बंद
उत्तर पूर्वी (North-east) दिल्ली (Delhi) जिले में स्कूलों को सात मार्च तक बंद कर किया गया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने रविवार को कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में बोर्ड परीक्षाएं कराने में और देरी से मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे पेशेवर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के छात्रों के अवसर प्रभावित हो सकते हैं।
हालांकि, बोर्ड उन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा कराने को तैयार हैं जो उत्तरपूर्वी दिल्ली (Delhi) में हिंसा के चलते तय कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में नहीं बैठ पाये थे।