नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित (Amit) शाह (Shah) ने आज दिल्ली (Delhi) में कोरोना (corona) के मामलों को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष (Manish) सिसोदिया (Sisodia) द्वारा की गई भविष्यवाणी पर असहमति जताई है।
अमित शाह ने कहा कि मनीष (Manish) सिसोदिया (Sisodia) ने जून की शुरुआत में कहा था कि जुलाई अंत तक राजधानी में कोरोना (Corona) के मामले बढ़कर 5.5 लाख हो जाएंगे, जिससे लोगों में डर बैठ गया था।
#WATCH After Delhi Deputy CM made a statement that by July 31 we will have 5.5 lakh COVID19 cases in Delhi…there was panic. I am sure now we will not reach that stage and will be in a much better situation because we stressed on preventive measures: HM Amit Shah to ANI pic.twitter.com/CtKDFHHejB
— ANI (@ANI) June 28, 2020
लेकिन अब मुझे भरोसा है कि दिल्ली (Delhi) में कोरोना (corona) का आंकड़ा इतना नहीं बढ़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि राजधानी में अभी कोरोना का कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है।
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में अमित (Amit) शाह (Shah) ने बताया कि देश की राजधानी में कोरोना (corona) वायरस (virus) को फैलने से रोकने और विभिन्न स्तरों पर समन्वय को बेहतर बनाने के लिए केंद्र और दिल्ली (Delhi) सरकार के संयुक्त प्रयासों और मल्टी एजेंसी मीटिंग्स के जरिये कई अहम कदम उठाए गए थे।
शाह ने कहा कि जून के दूसरे सप्ताह के आसपास, दिल्ली (Delhi) के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि 31 जुलाई अंत तक 5.50 लाख लोग वायरस से संक्रमित हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि था दिल्ली में कोई जगह नहीं बचेगी, कोई बेड नहीं बचेगा और स्थिति काफी मुश्किल हो जाएगी। इससे दिल्ली के लोगों के मन में बहुत डर पैदा हो गया था। उनका अनुमान आंकड़ों पर आधारित था।
मैं इस बात पर नहीं जाना चाहता कि क्या अनुमान सही था या गलत, लेकिन डर की स्थिति पैदा हुई और कुछ लोगों ने दिल्ली से पलायन करना शुरू कर दिया था।
मनीष सिसोदिया ने जून के शुरू में दिल्ली (Delhi) के उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई दिल्ली (Delhi) आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक के बाद कहा था कि 15 जून तक यहां 44,000 COVID-19 मामले होंगे और हमें 6,600 बेड्स की आवश्यकता होगी।
30 जून तक यह संख्या बढ़कर 1 लाख पर पहुंच जाएगी, जिसके लिए 15,000 बेड्स की आवश्यकता होगी। 15 जुलाई कोरोना के मामले बढ़कर लगभग 2.25 लाख हो जाएंगे और 31 जुलाई तक यह आंकड़ा बढ़कर लगभग 5.5 लाख तक पहुंच जाएगा।
अमित (Amit) शाह (Shah) ने कहा कि राजधानी के वर्तमान हालात को देखते हुए मैं अब विश्वास के साथ कह सकता हूं कि दिल्ली में 31 जुलाई तक 5.5 लाख मामलों की स्थिति नहीं आएगी।
14 जून को गृह मंत्री द्वारा बुलाई गई समन्वय बैठक जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एलजी अनिल बैजल और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और कुछ विशेषज्ञ शामिल थे उसकी आवश्यकता के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में अमित शाह ने कहा कि आम तौर पर समन्वय और प्रणालियों में सुधार यह दिल्ली सरकार का कर्तव्य है, लेकिन मनीष जी की टिप्पणी के बाद, मुझे लगा कि केंद्र सरकार को निष्क्रिय नहीं रहना चाहिए।
मोदी जी की देश के प्रति जवाबदेही है। प्रधानमंत्री ने मुझसे यह भी कहा कि गृह मंत्रालय को आगे बढ़कर दिल्ली सरकार की मदद की पहल करनी चाहिए। हम मदद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अब हम 31 जुलाई तक अच्छी स्थिति में होंगे, क्योंकि हमने कोरोना की रोकथाम के कदमों पर जोर दिया है जिसमें अधिक टेस्ट और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शामिल हैं।