भावभीनी श्रंद्धाजलि: जीवन और मृत्यु दुनिया का वास्तविक और कटु सत्य है। यदि किसी का जन्म हुआ है तो उसका अंत भी है। पर इसे अपने करीबियों पर रख कर सोचना मुश्किल है क्योंकि हम अपने जीवन में कुछ लोगों से इतने करीब से जुड़े होते है की उनके निधन पर काफी भावुक हो जाते है और हमे अपने जीवन में उनकी याद हमेशा आती है। भंवर भाई साहब का निधन भी हमारे लिए ऐसी ही घटना साबित हुई। स्वजनों के मृत्यु का शोक सबसे ज्यादा दुःख देने वाला होता हैं। कुछ लोग गुज़र जाते हैं पर उनके विचार हमेशा जिन्दा रहते हैं और उनके किये कार्य दूसरों के लिए प्रेरणा बना जाते हैं। ऐसे महान लोगों की मृत्यु पर मन शोक के सागर में डूब जाता हैं। ऐसी ही शख्सियत के मालिक थे भंवर भाई साहब जो इंडिआस18 के परिवार का हमेशा अभिन्न अंग बने रहेंगे। ज़िंदा दिली और मुखर स्वभाव के साथ-साथ वह अपने आस पास हमेशा सकारात्मक सोच का प्रवाह करते थे। उनके पद चिन्हों का हम सदैव अनुसरण करेंगे।
INDIA’S18 की सारी टीम की तरफ से भंवर भाई साहब को भावभीनी श्रंद्धाजलि
याद आता है वो प्यार जो उनकी हर डांट के पीछे छुपा रहता था,याद आता है वो हर पल जो उनके साथ गुजारा था। जो सबको प्यारा लगता है,वही भगवान को प्यारा होता है।—–तृप्ता आर्या
जैसे जैसे समय बीतता जाएगा वैसे वैसे जख्म भरते जाएंगे, मगर उनके साथ बिताए हुए कुछ पल बस याद आते रहेंगे। जो दिल मे हमेशा बसती है, सिर्फ वो ही एक तस्वीर थी, जो जीने का हौसला देती थी, सिर्फ वो ही एक तस्वीर थी।——बालकृष्ण आर्या