नई दिल्ली: वर्ष 1994 में भारत में चार विदेशी नागरिकों को अगवा कर कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय जगत में लाने वाला और समाचार पत्र वाल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल का हत्यारा अहमद उमर सईद शेख एक बार फिर आजाद हो जाएगा। पाकिस्तान के जेल में बंद उमर शेख को पहले वहां की आतंकरोधी अदालत ने मौत की सजा दी थी। जिसे बाद में एक स्थानीय अदालत ने घटा कर आजीवन करावास में बदल दिया था। गुरुवार को पाकिस्तान के सिंध प्रांत की उच्च न्यायालय ने आजीवन करावास की सजा को घटा कर सात वर्ष की सजा कर दी है। इसका मतलब यह हुआ कि पिछले 18 वर्षों से पाकिस्तान के एक बेहद सुरक्षित जेल में बंद उमर शेख को रिहा किया जा सकता है। पाकिस्तान सरकार वैसे इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है।